हिंदू ज्योतिष के मुताबिक ग्रह शांति के लिए रत्नों को धारण करना बेहद कारगर उपाय है। हर राशि के अनुसार अलग-अलग रत्न होते हैं, जो जातक पर असर डालते हैं। रत्न ज्योतिष के मुताबिक मकर राशि के जातक कई तरह के रत्न धारण कर सकते हैं और ग्रह शांत कर सकते हैं। ज्योतिष के मुताबिक मकर राशि के जातक बहुत ही वफादार और मेहनती रहते हैं और लक्ष्य के प्रति जुनूनी होते हैं। मकर राशि के स्वामी शनिदेव होते हैं और ये जातक अपने निजी विचार दूसरे लोगों को नहीं बताते हैं। मकर राशि वालों को कठिन परिश्रम के कारण मान-सम्मान भी हासिल होता है। अगर आपकी भी मकर राशि है और कुंडली में भी ग्रहों से संबंधित कोई दोष है तो इन रत्नों को धारण कर लेना चाहिए।
मकर राशि वाले इन रत्नों को करें धारण
मकर राशि के जातकों को गार्नेट रत्न को धारण करना चाहिए। ये रत्न सबसे भाग्यशाली माना जाता है। रत्न ज्योतिष के मुताबिक गार्नेट रत्न के धारण करने से अंदरुनी शक्ति में बढ़ोतरी होगी। मकर राशि के जातक इस रत्न को धारण करते हैं तो आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है।
नीलम रत्न भी पहुंचाता है फायदा
मकर राशि के पुरुष नीलम और गार्नेट रत्न धारण कर सकते हैं। इसे रत्न को धारण करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव होता है और भाग्य में बदलाव होता है। मकर राशि के जातक फिरोजा, पुखराज, माणिक्य और गोमेद रत्न भी धारण कर सकते हैं लेकिन एक बार जानकार से सलाह जरूर लेना चाहिए।
अनामिका उंगली में करें धारण
मकर राशि वालों को सोने और तांबे की धातु में अंगूठी में रत्न को जड़वा लेना चाहिए। शुक्ल पक्ष रविवार के दिन ही संबंधित रत्न को धारण करना शुभ होता है। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि रत्न को धारण करने से पहले गंगाजल और दूध से उसे शुद्ध जरूर कर ले। मकर राशि के जातक को रत्न हमेशा अनामिका अंगुली में ही धारण करना चाहिए।