पेरेग्रीन फाल्कन उदंती सीतानदी रिजर्व में दिखा : ड्रोन पर किया हमला, रफ़्तार और शिकार का बेजोड़ संगम

मैनपुर। छत्तीसगढ़ के उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व में एक दुर्लभ पेरेग्रीन फाल्कन पक्षी देखा गया है, जिसने जलप्रपात का वीडियो शूट कर रहे एक ड्रोन कैमरे पर हमला कर दिया। यह घटना तब हुई जब उपनिदेशक वरुण जैन के प्रयासों से शेष पगार झरने की खूबसूरती को ड्रोन में कैद किया जा रहा था।
पेरेग्रीन फाल्कन को दुनिया का सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी माना जाता है, जिसकी रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। इसकी विश्वसनीय गति इसे बर्ड ऑफ प्रे की उपाधि दिलाती है। यह पक्षी अपनी शिकार करने की क्षमता के लिए जाना जाता है और पलक झपकते ही शिकार का काम तमाम कर देता है। यह मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका में पाए जाते हैं, लेकिन कभी-कभार भारत में भी दिखाई देते हैं।
शेष पगार झरना और समृद्ध जैव विविधता
यह दुर्लभ पक्षी उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कुल्हाड़ीघाट रेंज में स्थित शेष पगार झरने के पास देखा गया। छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश के कारण यह झरना अपनी पूरी भव्यता पर है, और इसकी दरधिया धाराएं दूर-दूर तक सुनाई देती हैं। उदंती-सीतानदी अभ्यारण्य, जो गरियाबंद और धमतरी जिलों में फैला हुआ है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और दुर्लभ वन्यजीवों के लिए जाना जाता है। उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि शेष पगार झरना और इस क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता पर्यटकों और शोधकर्ताओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
दुनिया का सबसे तेज पक्षी
पेरेग्रीन फाल्कन केवल पेरेग्रीन के नाम से भी जाना जाता है। फाल्कनिडे परिवार का एक शिकार करने वाला पक्षी तैट्र) है, जो अपनी गति के लिए प्रसिद्ध है। पेरेग्रीन फाल्कन अपनी तेज गति से हमला करने के लिए जाना जाता है। हवा हो या जमीन… इसके हमला करने की गति औसतन 320 किमी प्रति घंटा रहती है। लेकिन नेशनल जियोग्राफिक टीवी प्रोग्राम के मुताबिक इसकी अधिकतम गति 390 किलोमीटर प्रतिघंटा भी दर्ज की गई है। यह पक्षियों को खाने वाला पेरेग्रिन बाज है। यह कौवे के आकार का होता है। इसके शरीर का सामने वाला हिस्सा सफेद लेकिन पिछला हिस्सा नीले और ग्रे रंग का होता है, जबकि सिर काले रंग का होता है।