पाँचवी-आठवीं के छात्र मार्कशीट को तरसे: नतीजा आए महीना बीत गया, पूरक परीक्षा कर दी गई शुरू

मोहला। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कक्षा पाँचवीं और आठवीं के वार्षिक परीक्षा परिणाम 30 अप्रैल 2025 को घोषित कर दिए गए थे, लेकिन मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के हजारों छात्र अब भी अपनी मार्कशीट के लिए स्कूलों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। एक माह बीत जाने के बावजूद छात्रों को उनकी अंकसूची नहीं मिली है, जिससे उनके भविष्य और आगे की पढ़ाई पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बिना मार्कशीट के पूरक परीक्षा शुरू
जिन छात्रों का परिणाम घोषित हुआ है लेकिन उन्हें उसकी पुष्टि तक नहीं मिली, वे 4 जून से शुरू हुई पूरक परीक्षाओं में बिना किसी आधिकारिक अंकतालिका के शामिल हो रहे हैं। 4 जून से 12 जून तक चलने वाली इन परीक्षाओं को फर्द सीट (हस्तलिखित अभिलेखों) के आधार पर संचालित किया जा रहा है। शिक्षा विभाग का यह रवैया अभिभावकों और छात्रों में भारी नाराज़गी पैदा कर रहा है।
शिक्षा उत्सव की तैयारी, लेकिन ज़मीनी हकीकत अलग
एक ओर शिक्षा विभाग 16 जून से ‘शाला प्रवेश उत्सव’ की तैयारी में जुटा है, जिसका उद्देश्य बच्चों को स्कूल से जोड़ना और नामांकन दर बढ़ाना है। वहीं दूसरी ओर पाँचवी-आठवीं कक्षा के छात्र अपने परिणाम की पुष्टि के बिना आगे की कक्षा में प्रवेश कैसे लें, यह सवाल बना हुआ है।
ऑनलाइन सुविधा नहीं, ग्रामीण इलाकों में भटकाव
जहाँ 10वीं और 12वीं के नतीजे ऑनलाइन उपलब्ध हैं, वहीं प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के लिए ऐसी कोई सुविधा नहीं दी गई है। मोहला, मानपुर और अंबागढ़ चौकी जैसे दूरस्थ इलाकों में रहने वाले अभिभावक और छात्र इस कारण स्कूलों के चक्कर काटने पर मजबूर हैं।
अधिकारी दे रहे हैं टालमटोल जवाब
स्थानीय अभिभावकों का कहना है कि वे लगातार स्कूलों और शिक्षकों से मार्कशीट की जानकारी मांग रहे हैं, लेकिन हर बार यही जवाब मिलता है कि उपर से निर्देश नहीं आए हैं, मार्कशीट नहीं आई है। यह स्थिति प्राथमिक शिक्षा की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।
त्रुटिपूर्ण छपाई बनी देरी की वजह
जिला शिक्षा अधिकारी फत्तेराम कोसरिया ने जानकारी दी कि दुर्ग में हो रही मार्कशीट की छपाई में त्रुटियाँ पाई गईं, जिसके कारण वितरण में देरी हुई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही छात्र-छात्राओं को उनकी अंकसूचियाँ उपलब्ध करा दी जाएंगी।
हजारों छात्र प्रभावित
मार्कशीट की अनुपलब्धता से प्रभावित छात्र संख्या
पाँचवीं कक्षा: मोहला – 1523, मानपुर – 1811, अंबागढ़ चौकी – 1854
आठवीं कक्षा: मोहला – 1472, मानपुर – 1657, अंबागढ़ चौकी – 1916
इस गंभीर स्थिति से शिक्षा के अधिकार कानून की मूल भावना पर भी प्रश्न उठता है, जो हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी शिक्षा सुनिश्चित करने का वादा करता है।