देवउठनी एकादशी पर राशि के अनुसार दान करें ये चीजें, भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न

देवउठनी एकादशी हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस साल देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को है। सनातन धर्म में एकादशी तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं। शास्त्रों में देवउठनी एकादशी के दिन से ही शुभ कार्य शुरू करने का प्रावधान है। धार्मिक मान्यता है कि देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी प्रकार के सुख मिलते हैं। देवउठनी एकादशी पर राशि के अनुसार इन चीजों का दान जरूर करें।

राशि के अनुसार करें दान

मेष राशि के जातकों को भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए देवउठनी एकादशी के दिन लाल मिर्च, लाल मिठाई और मसूर की दाल का दान करना चाहिए।

वृषभ राशि के जातकों को भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए देवउठनी एकादशी पर दूध, दही, चावल और चीनी का दान करना चाहिए।

मिथुन राशि के जातकों को देवउठनी एकादशी के दिन हरी सब्जियों का दान करना चाहिए। गाय को कुछ चारा भी खिलाएं।

कर्क राशि वाले लोगों को भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए देवउठनी एकादशी के दिन सफेद रंग के वस्त्रों का दान करना चाहिए। जरूरतमंदों को भोजन भी उपलब्ध कराएं।

सिंह राशि के जातकों को देवउठनी एकादशी के दिन गेहूं, मूंग दाल, गुड़ और मूंगफली का दान करना चाहिए। इससे आपको सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

कन्या राशि के जातकों को भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए विवाहित महिलाओं को हरे रंग की साड़ियां देनी चाहिए।

तुला राशि के जातकों को जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए चावल, चीनी और दूध का दान करना चाहिए।

वृश्चिक राशि के जातकों को देवउठनी एकादशी के दिन भगवान नारायण को प्रसन्न करने के लिए गुड़, चिक्की और लाल वस्त्र का दान करना चाहिए।

धनु राशि वाले लोगों को भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए राहगीरों को केसर मिला हुआ दूध पिलाना चाहिए। इसमें पीले फल भी दान कर सकते हैं।

मकर राशि के लोगों को भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए देवउठनी एकादशी पर धन का दान करना चाहिए।

कुंभ राशि के जातकों को भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए देवउठनी एकादशी के दिन गर्म कपड़ों का दान करना चाहिए। आप कंबल, स्वेटर और चादरें दान कर सकते हैं।

मीन राशि के जातकों को देवउठनी एकादशी के दिन पीले वस्त्र, केला, केसर, चने की दाल आदि का दान करना चाहिए।

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