व्हाइट हाउस : सिर्फ विमान समझौते तक सीमित नहीं थी बाइडन-मोदी की चर्चा, जानें और किस मुद्दे पर हुई बात
वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (14 फरवरी) को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी के महत्व पर चर्चा की। इसके अलावा आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने और अपनी साझा प्राथमिकताओं पर सहयोग का विस्तार करने के लिए क्वाड जैसे समूहों में एक साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई। एअर इंडिया और बोइंग सौदे को ऐतिहासिक और इसे परस्पर लाभकारी सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण करार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विस्तार करने और अवसरों का उपयोग करने के लिए भी आमंत्रित किया। दोनों नेताओं ने हाल ही में वाशिंगटन डीसी में क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (आईसीईटी) पर पहल की पहली बैठक का स्वागत किया और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की।
दोनों नेताओं ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी भागीदारों के महत्व पर भी चर्चा की। और दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे लिए आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए क्वाड जैसे समूहों में एक साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रेस सचिव जीन-पियरे के अनुसार, उन्होंने बोइंग से 200 से अधिक अमेरिकी निर्मित विमान खरीदने के लिए एयर इंडिया के ऐतिहासिक समझौते पर चर्चा की। जीन-पियरे ने कहा राष्ट्रपति बाइडन ने नोट किया कि कैसे बिक्री 44 राज्यों में 1 मिलियन से अधिक अमेरिकी नौकरियों का समर्थन करेगी और एयर इंडिया को भारत में हवाई परिवहन की बढ़ती मांगों को पूरा करने में मदद करेगी।
व्हाइट हाउस का खुलासा
बोइंग-एयर इंडिया सौदे की घोषणा करते हुए बाइडेन ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर वह भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और गहरा करने की उम्मीद कर रहे हैं। व्हाइट हाउस की एक घोषणा के अनुसार, बोइंग और टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसके तहत एयरलाइन 190 B737 MAX, 20 B787, और 10 B777X को कुल 220 फर्म ऑर्डर के लिए खरीदेगी, जिसका मूल्य 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। सौदे में अतिरिक्त 50 बोइंग 737 मैक्स और 20 बोइंग 787 के लिए ग्राहक विकल्प भी शामिल होंगे, सूची मूल्य पर कुल 45.9 बिलियन अमरीकी डालर के कुल 290 हवाई जहाज। एयर इंडिया का ऑर्डर बोइंग का डॉलर मूल्य में अब तक का तीसरा और विमानों की संख्या के मामले में दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है।