छत्तीसगढ़ के स्टील उद्योगों में स्ट्राइक का ऐलान, सोमवार रात से करीब 200 प्लांटों में उत्पादन रहेगा ठप, जानिए बंदी की वजह
रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्टील उद्योंगों ने सोमवार रात 12 बजे से उत्पादन बंद करने का ऐलान कर दिया है. इस घोषणा के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 12 बजे के बाद स्टील प्लांटों में प्रोडक्शन कार्य ठप हो जाएगा. छत्तीसगढ़ स्टील उद्योग संगठनों की ओर से इस बंदी की बात कही गई है. इसमें राज्य के सभी स्टील उद्योग शामिल हैं. इस तालाबंदी का असर राज्य के स्टील उत्पादन पर पड़ सकता है.
छत्तीसगढ़ में बढ़े हुए बिजली बिल के खिलाफ स्टील प्लांट बंद रहेंगे. छत्तीसगढ़ में पहले 6.10 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली स्टील उद्योगों को मिलती थी. अब इसके रेट को बढ़ाकर 7.62 रुपये प्रति यूनिट कर दिया गया है. सभी टैक्स मिलाकर यह रकम करीब 9 रुपये तक पहुंच जा रही है. जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ के स्टील उद्योंगों ने मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि स्टील उद्योगों के लिए बिजली का यह रेट छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में सबसे ज्यादा है.
छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के चेयरमैन अनिल नचरानी के मुताबिक़ “बिजली के दामों को वापस लेने के लिए संगठन ने कई बार संबंधित विभाग सहित सरकार से अपील की. लेकिन हमारी अपील पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, न ही कोई ठोस आश्वासन अब तक हमे मिला है. यही वजह है स्टील इंडस्ट्री संगठनों ने उद्योग बंद करने का निर्णय लिया है. राज्य में हमारे 150 से ज्यादा स्टील प्लांट सोमवार रात 12 बजे से बंद रहेंगे.”:
अनिल नचरानी ने सरकार से मांग की है कि छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादक राज्यों की श्रेणी में आता है उसके बावजूद भी राज्य में बिजली बिल में इतना इजाफा क्यों. जिन राज्यों में बिजली उत्पादन कम हो रहा है. वहां पर भी छत्तीसगढ़ से कम दर पर बिजली उद्योगों को प्राप्त हो रहा है. आज छत्तीसगढ़ का उद्योग बिजली के बड़े दामों की वजह से बंद होने की कगार पर पहुंच गया है. इस विरोध प्रदर्शन को लेकर सोमवार की शाम रायपुर के निजी होटल में बैठक भी रखी गई है जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा
कांग्रेस ने सरकार पर स्टील उद्योंगों को परेशान करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही कांग्रेस ने अडानी को फायदा पहुंचाने का आरोप भी साय सरकार पर मढ़ दिया. बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया और कहा कि कांग्रेस राज में खुद अडानी को कोयला खदान की परमिशन मिली. ये खुद अडानी की माला जपते हैं और हम पर आरोप लगाते हैं.