सिद्धारमैया की कैबिनेट: सीएम समेत पांच मंत्री 70 साल से अधिक, दो हजार करोड़ से ज्यादा की दौलत

नई दिल्ली : कर्नाटक में नई सरकार का गठन हो गया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ग्रहण कर ली। इनके अलावा आठ विधायकों को मंत्री पद की शपथ भी दिलाई गई। ये सभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार हैं।

कांग्रेस ने आठ में से तीन मंत्री बेंगलुरु संभाग से बनाया है, जबकि दो मैसूर और बाकी के तीन कल्याण कर्नाटक और मुंबई कर्नाटक इलाके से बनाए गए हैं। सिद्धारमैया कैबिनेट में भी अहिन्दा फॉर्मूला देखने को मिला है। आठ में से छह विधायक इसी समीकरण के सहारे मंत्री बने हैं। सिद्धारमैया कैबिनेट में तीन दलित, दो अल्पसंख्यकों को शामिल किया गया है। इसके अलावा एक लिंगायत और एक वोक्कलिगा कैटेगरी से भी मंत्री बनाए गए हैं।

अगर सिद्धारमैया कैबिनेट पर नजर डालें तो ये काफी बुजुर्ग है। कैबिनेट की औसत उम्र 63.7 साल है। मुख्यमंत्री समेत 10 में से पांच मंत्रियों की उम्र 70 साल से अधिक है। सीएम सिद्धारमैया और केएच मुनियप्पा सबसे बुजुर्ग हैं। दोनों की उम्र 75 साल है। सबसे कम उम्र के मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे हैं। प्रियांक की उम्र 44 साल है।

सबसे ज्यादा बुजुर्ग, 50 साल की उम्र से नीचे सिर्फ एक मंत्री

सिद्धारमैया की कैबिनेट काफी बुजुर्ग है। मुख्यमंत्री समेत पांच मंत्रियों की उम्र 70 साल से अधिक है। सीएम सिद्धारमैया और केएच मुनियप्पा सबसे बुजुर्ग हैं। दोनों की उम्र 75 साल है। सबसे कम उम्र के मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे हैं। प्रियांक की उम्र 44 साल है। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार 60 साल के हैं। जी परमेश्वरा की उम्र 72, जमीर अहमद की 55, एमबी पाटील की 58 और केजे जॉर्ज की 73 साल है। सतीश 60 साल के हैं।

जमीर सबसे कम, प्रियांक ने भी दसवीं तक ही पढ़ाई की

कर्नाटक के 10 में से छह मंत्रियों ने स्नातक या इससे अधिक की पढ़ाई की है। चार ऐसे भी मंत्री हैं, जिन्होंने 12वीं से कम पढ़ाई की है। सबसे कम पढ़ाई इकलौते मुस्लिम मंत्री बीजेड जमीर ने की है। जमीर आठवीं पास हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने भी 10वीं तक ही पढ़ाई की है। केजे जॉर्ज और सतीश जरकिहोली ने 12वीं तक पढ़ाई की है। सबसे ज्यादा जी परमेश्वरा ने पढ़ाई की है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से एग्रीकल्चर के क्षेत्र में डॉक्टरेट की है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने लॉ और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने परास्नातक की डिग्री हासिल की है।

मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री के ऊपर सबसे ज्यादा मुकदमे

अब सिद्धारमैया की कैबिनेट का आपराधिक डेटा भी देख लिया जाए। चुनावी हलफनामा के अनुसार, कर्नाटक कैबिनेट में खुद मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री पर सबसे ज्यादा आपराधिक मामले चल रहे हैं। उप-मुख्यमंत्री पर 19 मुकदमे हैं, वहीं सिद्धारमैया पर 13 केस दर्ज हैं। कैबिनेट में केजे जॉर्ज इकलौते ऐसे मंत्री हैं, जिनपर कोई केस नहीं है। सीएम और डिप्टी सीएम के बाद प्रियांक खरगे पर सबसे ज्यादा नौ केस हैं।

डिप्टी सीएम सबसे अमीर, बाकी मंत्री भी करोड़ों के मालिक

सिद्धारमैया की कैबिनेट में करोड़पतियों की भरमार है, या यूं कहें कि ज्यादातर अरबपति हैं तो गलत नहीं होगा। मुख्यमंत्री समेत सभी 10 मंत्रियों की कुल संपत्ति दो हजार करोड़ से भी ज्यादा है। ओवरऑल आंकड़े देखें तो ये 2,138 करोड़ रुपये हो रही है। सबसे ज्यादा अमीर डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार हैं। शिवकुमार के पास कुल एक हजार 13 करोड़ रुपये से ज्यादा की दौलत है। सबसे कम 16 करोड़ की दौलत प्रियांक खरगे के नाम है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पास कुल 51 करोड़ रुपये की दौलत है। डीके शिवकुमार के अलावा तीन ऐसे मंत्री हैं, जिनके पास 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।

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