अंबिकापुर। इंटरनेट मीडिया पर सफेद और काले रंग के भालू के दो बच्चों की तस्वीर तेजी से प्रसारित हो रही है। इसे हसदेव अरण्य क्षेत्र से जोड़कर प्रचारित किया जा रहा है। सरगुजा के मुख्य वन संरक्षक नावेद सुजाउद्दीन ने प्रसारित हो रही तस्वीर को लेकर स्पष्ट किया है कि यह कोरिया वनमण्डल का है। बच्चों को जन्म देने के बाद मादा भालू कहीं चली गई है। दोनों को विशेष निगरानी में रखा गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में मादा भालू से मिलाने का प्रयास जारी है यदि इसमें सफलता नही मिली तो कानन पेंडारी भेजने पर भी विचार किया जा रहा है।
इधर सूरजपुर जिले के प्रेमनगर वन परिक्षेत्र के ग्राम पार्वतीपुर में जंगल से लगे एक खाली कच्चे मकान में भालू ने बच्चों को जन्म दिया है। इसका पता बुधवार सुबह चला। महिला उस घर के बगल से गुजर रही थी। घर के भीतर से आवाज आने पर उसने गांव वालों को जानकारी दी। गांव वालों ने सतर्कता के साथ छप्पर में चढ़ कर जब खपड़ा हटाना शुरू किया तो अचानक भालू कमरे से बाहर निकल कर भाग गया। कमरे के भीतर भालू के दो बच्चे थे। गांववालों ने बताया कि भालू का आना-जाना लगा हुआ है। वे भी भालू के दोनों बच्चों पर नजर रखे हुए हैं। यह क्षेत्र भालुओं के विचरण का है। पहले भी ऐसा हो चुका है। वन विभाग को सूचना दे दी गई है।