शक्कर में अब महंगाई की कडवाहट : कई साल बाद चिल्हर के दाम 46 से 48 रूपए किलो

रायपुर। शक्कर की कीमत आमतौर पर धोक में 34 से 36 रुपए और चिल्हर में 38 से 40 रुपए ही रहती है, लेकिन अब इसके दाम पहली बार आसमान पर चले गए हैं। इस समय राजधानी रायपुर के साथ प्रदेश में शक्कर के दाम में महंगाई की कड़वाहट घुल गई है। थोक में इसके दाम 42 से 44 रुपए और चित्हर मैं 46 से 48 रुपए हो गए हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि इस बार शक्कर का उत्पादन पांच साल के निचले स्तर पर रहा है। इसी के साथ शक्कर उत्पादकों को निर्यात करने की मंजूरी मिलने के कारण भी कीमत पर असर पड़ा है।
गन्ने का समर्थन मूल्य भी बढ़ा है, लैकिन शक्कर का समर्थन मूल्य अभी नहीं बढ़ा है। ऐसा होने पर इसके दाम पहली बार 50 रुपए के पार जा सकते हैं। शक्कर उत्पादन के मामले में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर ब्राजील है। भारत से शक्कर का निर्यात भी दूसरे देशों में होता है। यही वजह है कि शक्कर के दाम अपने देश में हमेशा से कम रहते हैं
उत्पादन कम
दो बार में 10-10 लाख टन शक्कर का निर्यात करने की भी मंजूरी सरकार ने दी है। इस साल 20 जनवरी को 10 लाख टन शक्कर के निर्यात की अनुमति मिली थी। आने वाले सत्र 2025-26 में शक्कर का उत्पादन एक बार फिर से बढ़ने की संभावना है। इस सत्र में 35 मिलियन टन शक्कर का उत्पादन होने का अनुमान है। ऐसे में दाम कम हो सकते हैं। समर्थन मूल्य अगर 31 सौ से बढ़ा तो दाम ज्यादा भी हो सकते हैं।
चिल्हर में दाम ज्यादा
राजधानी के डूमरतराई थोक बाजार में तो शक्कर के दाम 41 सौ रुपए किटल यानी 41 रुपए किलो है, लेकिन जहां तक चिल्हर का सवाल है चिल्हर में इसके दाम शहर के अलग-अलग इलाकों और प्रदेश के अलग-अलग शहरों में 46 से 48 रुपए तक है। इसके पीछे का कारण जानकार यह बताते हैं कि शहर के छोटे दुकानदार सीधे डूमरताई में शक्कर लेने नहीं आते हैं।
डूमरताई थोक बाजार के अध्यक्ष प्रेम पाहुजा ने बताया कि, डूमरतराई धोक बाजार में शक्कर के दाम 4050 से 4100 रुपए है, चित्हर में दाम को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है। दूरी के हिसाब से भाड़ा भी लगता है। छोटे कारोबारी सीधे डुमरताईं से माल भी नहीं लेते हैं।