‘राजनीति में कुछ भी अचानक नहीं होता’, संजय राउत का अजित पवार पर तंज

मुंबई : शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में काफी कुछ घटित हो रहा है। इसे लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है। अब शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नेता संजय राउत ने शरद पवार के इस्तीफे को लेकर कहा है कि राजनीति में कुछ भी अचानक नहीं होता। बता दें कि शरद पवार ने हाल ही में अपनी आत्मकथा के विमोचन के अवसर पर एनसीपी अध्यक्ष का पद छोड़ने का एलान कर सभी को चौंका दिया था।

‘सामना’ में लिखा संजय राउत ने

संजय राउत ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट का एक कथन ट्वीट किया, जिसमें लिखा कि ‘राजनीति में कुछ भी अचानक नहीं होता। अगर कुछ हो रहा है तो आप कह सकते हैं कि यह सबकुछ सुनियोजित था।’ गुरुवार को शिवसेना (उद्धव गुट) के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे एक लेख में संजय राउत ने लिखा कि शरद पवार के भतीजे और वरिष्ठ एनसीपी नेता अजित पवार का आखिरी उद्देश्य मुख्यमंत्री बनना है। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले की दिल्ली में अच्छी पकड़ है और वह संसद में भी अच्छी तरह काम कर रही हैं।

संगठन की ताकत परखना चाहते हैं पवार

सामना के संपादकीय में संजय राउत ने ये भी कहा है कि हो सकता है कि शरद पवार एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफे देकर पार्टी की संगठनात्मक क्षमता को परखना चाहते हैं। बता दें कि मीडिया में ऐसी खबरें चल रहीं थी कि अजित पवार भाजपा के साथ जा सकते हैं। हालांकि अजित पवार ने खुद भाजपा के साथ जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया था। हालांकि ऐसी खबरें आ रहीं थी कि शरद पवार दबाव में थे क्योंकि अजित पवार जल्दी में हैं। हालांकि अचानक इस्तीफे का एलान कर शरद पवार ने पार्टी पर अपनी पकड़ का सबूत दे दिया है। शरद पवार अजित पवार को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते और ऐसी संभावना है कि अजित पवार को जल्द ही बड़ी भूमिका दी जा सकती  है।

नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की आज मुंबई में अहम बैठक हुई। हालांकि बैठक में शरद पवार की जगह नया अध्यक्ष नहीं चुना जा सका। कमेटी के सदस्य प्रफुल्ल पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कमेटी ने शरद पवार से अपील की है वह अपना कार्यकाल पूरा करें और फिलहाल उनकी जगह नया अध्यक्ष नहीं चुना जा सकता। शरद पवार ने भी गुरुवार को संकेत दिए थे कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकते हैं। पवार ने कहा कि जो पार्टी कार्यकर्ताओं को स्वीकार्य होगा, वही फैसला किया जाएगा।

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