हैदराबाद : मिलाद उन नबी समिति के प्रतिनिधियों ने 19 सितंबर को मिलाद उन नबी जुलूस निकालने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने 16 सितंबर को पैगम्बर मोहम्मद के जन्मदिन को बड़े धूमधाम से मनाने का फैसला किया। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मिलाद उन नबी व्यवस्था पर एक समीक्षा बैठक की। बता दें कि सात सितंबर से 17 सितंबर तक गणेश नवरात्रि उत्सव के आयोजन पर भी बैठक में बात की गई। मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों ने मिलाद उन नबी के सदस्यों को जुलूस स्थगित करने का सुझाव दिया।
मंत्री पोन्नम प्रभाकर, श्रीधर बाबू, मुख्यमंत्री के सलाहकार वेम नरेंद्र रेड्डी और एआईएमआईएम फ्लोर लीडर अकबरुद्दीन ओवैसी को मिलाद उन नबी समिति के साथ इसपर चर्चा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। एक अलग बैठक आयोजित करने के बाद, समिति के सदस्यों ने जुलूस को स्थगित करने के सरकार के फैसले पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
मिलाद उन नबी के सदस्यों ने कहा कि पैगम्बर मोहम्मद की 1499वीं जयंती 16 सितंबर को मनाई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने अनुरोध किया कि अगले साल 1500वीं जयंती के मौके पर उन्हें साल भर चलने वाले समारोह आयोजित करने की अनुमति दी जाए। इस पर सीएम ने कहा कि नियम के अनुसार उन्हें अनुमति दी जाएगी। इस खास मौके पर मस्जिदों को सजाने और जुलूस निकालने की तैयारियों पर सीएम रेवंत रेड्डी ने मिलाद उन नबी समिति को समारोह को लेकर एक लिस्ट तैयार कर उसे जमा करने का सुझाव दिया। सीएम ने मुख्य सच्व शांति कुमारी को इस मामले को देखने और उचित व्यवस्था करने के आदेश दिए। पोन्नम प्रभाकर, श्रीधर बाबू और डीजीपी जितेंद्र समेत अन्य लोग बैठक में शामिल हुए थे।