बिलासपुर : पुलिस बनकर चोरी करने वाले गिरोह की दो महिलाएं गिरफ्तार हो गई है। वहीं अन्य की तलाश जारी है। आरोपी खुद को काइम ब्रांच आफिसर बताकर चोरी की घटना को अंजाम देते थे। आरोपियों से 30 लाख रुपये नगद बरामद हुए हैं। उनके खिलाफ धारा 204, 307, 331(3) बी.एन.एस. के तहत कार्रवाई की जा रही है।
दरअसल, बीते 14 अगस्त को काली मंदिर तिफरा के पास रहने वाले कृष्ण कुमार मिश्रा ने सिरगिट्टी थाने में रिपोर्ट लिखाई। 13 अगस्त की रात्रि करीब नौ बजे राजनांदगांव से वापस घर आया, तो पता चला कि उसी दिन दोपहर 12 से एक बजे के बीच चार पुरुष एवं दो महिला घर में घुस गये और उन्होंने खुद को काइम ब्रांच आफिसर बताया।
गले में आई कार्ड थे। घर में महिलाओं को यहां से हिलोगे तो तुम्हे जान से मार देंगे कहकर धमकी दे रहे थे। फिर उनके घर में सकरी निवासी विधा प्रकाश पाण्डेय द्वारा रखवाये हुये पेटी को ढूंढने लगे और पेटी को लेकर भाग गये।कृष्ण कुमार मिश्रा ने विधा प्रकाश पाण्डेय को फोन कर इसकी जानकारी दी, तो विधा प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि पेटी के अंदर पैसा एवं जमीन संबंधी कागजात रखे हुए थे। जिसकी जानकारी होने पर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
पुलिस ने आरोपियों को तलाशने शहर में लगे 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे संदिग्धों का हुलिया एवं वाहन की जानकारी मिली। इसी बीच सायबर सेल को आरोपियो के शहर में ही छिपे होने की पुखता जानकारी मिली। जिस पर दबिश देकर तिफरा जोन कार्यालय के सामने रहने वाली सिंधु वैष्णव और भारतीय नगर में रहने वाली रानी बैरागी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी सिंधु वैष्णव से 20 लाख और रानी बैरागी से 10 लाख रुपए नगद बरामद किए हैं, वहीं अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है। उनकी तलाश की जा रही है।