रायपुर में बढ़ते सड़क हादसों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, विकास उपाध्याय बोले– सरकार बनी मूकदर्शक

रायपुर। राजधानी रायपुर में लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को ज़ोरदार प्रदर्शन किया। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में कार्यकर्ता और स्थानीय लोग तेलीबांधा चौक पर जुटे, जहां हाल ही में एक युवती की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की और चक्का जाम की चेतावनी दी।
विकास उपाध्याय ने कहा, “राजधानी में तेलीबांधा चौक और उसके आसपास हो रही भीषण दुर्घटनाओं पर शासन-प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। हादसे पर हादसे हो रहे हैं, लेकिन न कोई स्पीड ब्रेकर बना और न ही ट्रैफिक कंट्रोल की कोई ठोस व्यवस्था की गई।” उन्होंने मांग की कि तेलीबांधा चौक पर जल्द से जल्द मानक के अनुरूप स्पीड ब्रेकर बनाया जाए।
पूर्व विधायक ने याद दिलाया कि कुछ दिन पहले ही एक अनियंत्रित वाहन ने एक्सप्रेसवे पुल के नीचे तीन लोगों को कुचल दिया, जिसमें एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, अग्रसेन सालासार चौक पर भी एक बच्ची की जान चली गई थी।
उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “ट्रिपल इंजन की सरकार” (केंद्र, राज्य और निगम) इन हादसों को रोकने में पूरी तरह विफल रही है। “जब तक ट्रैफिक व्यवस्था और स्पीड मॉनिटरिंग को लेकर गंभीर प्रयास नहीं होंगे, तब तक ये हादसे नहीं रुकेंगे,” उपाध्याय ने कहा।
हादसों के आंकड़ों ने चौकाया
विकास उपाध्याय ने बताया कि वर्ष 2024 में छत्तीसगढ़ में 14,853 सड़क हादसे हुए, जिनमें 6,752 लोगों की मौत हो गई और 12,573 लोग घायल हुए। उन्होंने इन आंकड़ों के आधार पर भाजपा सरकार के “सुशासन” पर सवाल उठाए और कहा कि 2025 की शुरुआत में ही एक्सीडेंट का ग्राफ चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है।
पुलिस और प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
उपाध्याय ने खरोरा हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस की लापरवाही के कारण दर्जनों लोगों की जानें गईं। “जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ, उसका निर्माण ही नियम विरुद्ध था,” उन्होंने कहा।
प्रदर्शन में जुटे कई स्थानीय नेता
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों में गिरेवाल मैडम, अजय सिंग, मनोज परासर, गोपाल उगरा, शुभांकर शर्मा, शैलेष मुंदड़ा, पीयूष रावटे, उधोराम वर्मा, इदरिश गांधी, कमलाकांत शुक्ला, और अन्य प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे।