रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में ईओडब्ल्यू ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढाँड, पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा, पूर्व आईएएस निरंजन दास, रायपुर मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और आबकारी अधिकारियों के साथ डिस्टिलरियों के 14 ठिकानों पर छापा मारा. ईओडब्लू की 150 अफसरों की टीम ने इस छापे के लिए कार्रवाई में ऐसी गोपनीयता बरती कि किसी को भनक नहीं लग पाई.
जानकारी के अनुसार, बड़े लोगों से जुड़े मामले पर कार्रवाई के लिए पिछले पंद्रह दिन से तैयारी चल रही थी. छापे के ठीक एक दिन पहले ईओडब्लू के शीर्ष अफ़सरों ने बैठक की, जिससे निचले स्तर के कर्मचारियों को कानो-कान खबर न हो. शीर्ष अफ़सरों ने छापे का ब्लूप्रिंट बनाने वाली टीम से पूरा प्लान समझाने के बाद आज उसे अमलीजामा पहनाया.
शराब घोटाले को लेकर EOW में दर्ज केस को लेकर सुबह से ही ईओडब्ल्यू / एसीबी की टीम एक्शन में है। राज्य के कई हाईप्रोफाइल अफसरों, उद्योगपतियों के साथ शराब कंपनियों में छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। इस मामले में अब EOW/ACB की तरफ से अधिकारिक जानकारी साझा की गयी है। ईओडब्ल्यू / एसीबी की तरफ से बताया गया है कि 13 जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। ईओडब्ल्यू / एसीबी के मुताबिक छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज और जानकारी मिली है, जिसका आकलन किया जा रहा है। बड़ी संख्या में कम्प्युटर-सीपीयू व अन्य डिजीटल रिकार्ड बरामद किये गये हैं, जिनमें प्रकरण से संबंधित डाटा व जानकारियां दर्ज होने की उम्मीद है।
EOW/ACB की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति में ये कही गयी है बातें
छत्तीसगढ़, राज्य में मदिरा के अवैध विकय मामले में प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा प्रेषित प्रतिवेदन पर से ईओडब्ल्यू / एसीबी, रायपुर में अपराध क्रमांक 04/2024, धारा-7, 12 भ्र.नि.अधि. 1988 यथासंशोधित भ्र.नि.अधि. 2018 तथा 420, 467, 468, 471, 120बी भा.द.दि. पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। जिसमें अग्रिम जांच / विवेचना कार्यवाही करते हुए ईओडब्ल्यू / एसीबी द्वारा प्रकरण में माननीय विशेष न्यायालय रायपुर से संबंधित संदेहियों के स्थानों एवं प्रतिष्ठानों की तलाशी हेतु दिनांक 24.02.2024 को विधिवत तलाशी वारण्ट प्राप्त किया गया। उपरोक्त तलाशी वारण्टों के निष्पादन हेतु आज दिनांक 25.02.2024 को संबंधित 13 संदेहियों के निवास, कार्यालय, प्रतिष्ठानों व अन्य अलग-अलग स्थानों पर ईओडब्ल्यू / एसीबी की 13 टीमों के द्वारा विधिवत तलाशी कार्यवाही प्रातः समय 06:00 बजे से प्रारंभ की गई है। इन स्थानों पर रेड कार्यवाही की जा रही है- (1.) श्री अरूणपति त्रिपाठी, आईटीएस, तत्कालीन विशेष सचिव आबकारी विभाग, एम.डी. छ.ग. राज्य मार्केटिंग कार्पोरेशन के निवास-सेक्टर 9, मिलाई जिला दुर्ग, (2.) श्री निरंजन दास, भा.प्र.से. तत्कालीन आबकारी आयुक्त, आबकारी विभाग, रायपुर के निवास – देवेंद्र नगर रायपुर, (3.) श्री सौरभ बख्शी, तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी कोरबा के निवास कोरबा, (4.) श्री अनिल टुटेजा, तत्कालीन सयुंक्त सचिब, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के निवास – फरिस्ता नर्सिंग होम के बाजू कटोरा तालाब रायपुर, (5.) श्री विवेक ढांढ, सेवानिवृत्त मुख्य सचिव, छ०ग० शासन के निवास – पुराने पी.एच.क्यू. के पास रायपुर (6.) श्री अशोक कुमार सिंह, आबकारी अधिकारी के निवास- आकृति विहार, अमलीडीह रायपुर, (7.) श्री अनवर बेबर के निवास ढेबर प्लाजा बैरन बाजार रायपुर, (8.) श्री अरविंद सिंह के निवास-मेट्रोहेग्जा अवंति विहार रायपुर, (9.) श्री राजेंद्र जायसवाल, मेसर्स वेलकम डिस्टलरी के ऑफिस अग्रसेन चौक तथा ग्राम छेरका, बिलासपुर, (10.) मेसर्स विधु गुप्ता, मेसर्स प्रिज्म होलोग्राम एण्ड सिक्युरिटी प्रा०लि० पता-एच-601 वृद्धा सिटी सेक्टर-5 ग्रेटर नोयडा (उ0प्र0), (11.) श्री भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया, मेसर्स भाटिया वाईन मर्चेट्स पता ग्राम सारागांव जिला बिलासपुर, (12.) श्री नवीन केडिया, मेसर्स छ०म० डिस्टलरी लिमि० पता-इण्डस्ट्रीयल एरिया कुम्हारी तथा (13.) श्री सिद्धार्थ सिंघानिया, मेसर्स टॉप सिक्युरिटीज, पता-स्वर्णभूमि परिसर रायपुर के नाम शामिल है। अब तक की तलाशी कार्यवाही में प्रकरण से संबंधित उपरोक्त संदेहियों डिस्टलरी प्रतिष्ठानों व कार्यालयों के कब्जे से प्रकरण से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं फाइलें बड़ी संख्या में बरामद किये गये हैं। इसी प्रकार विभिन्न परिसरों से भी बड़ी संख्या में कम्प्युटर-सीपीयू व अन्य डिजीटल रिकार्ड बरामद किये गये हैं, जिनमें प्रकरण से संबंधित डाटा व जानकारियां दर्ज होने की उम्मीद है। इनका प्रकरण की अग्रिम विवेचना में विश्लेषण किया जायेगा जिससे साक्ष्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होने की संभावना है। तलाशी हेतु गई टीमों की वापसी उपरांत संपन्न की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त होने पर पृथक से जारी की जायेगी।
बताया जाता है कि शनिवार को बैठक के बाद ठीक शाम सात बजे ईओडब्ल्यू से एक अधिकारी डीजी डीएम अवस्थी का पत्र लेकर एसएसपी के पास पहुंचे. तीन लाइन के पत्र मिलते ही एसएसपी ने तुरंत आरआई को फोर्स मुहैया कराने के निर्देश दिए.
ईओडब्ल्यू की टीम ने केवल अफसरों और डिस्टलरी पर ही नहीं शराब की बोतलों के लिए होलोग्राम बनाने वाली प्रिज्म होलोग्राम कंपनी के नोयडा स्थित परिसर में भी टीम ने आज सुबह दबिश दी. इसके लिए एक डीएसपी के नेतृत्व में EOW की पार्टी दो दिन पहले दिल्ली रवाना हो गई थी.