CG : प्रेमी के साथ मिलकर बेटी ने रेलवे कर्मी पिता से 54 लाख रुपए ठगे, आरोपी बेटी व प्रेमी के खिलाफ अपराध दर्ज

दुर्ग : बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर लाखों रुपए का ठगी करने का मामला सामने आया है। पिता की शिकायत पर उसकी बेटी और प्रेमी के धारा 420, 34 के तहत जुर्म दर्ज किया है। नेवई पुलिस ने बताया कि मकान प्लाट नंबर 416/36 रिसाली निवासी रेलवे कर्मी नरेन्द्र ध्रुव ने शिकायत किया है कि शौर्यजीत साहू, खुशबु ध्रुव ने मिलकर साला रमाकांत, पत्नी गुंडरदेही सरकारी स्कूल में व्याख्याता बिमला ध्रुव के दस्तावेज का गलत उपयोग कर विभिन्न बैंक, प्राइवेट कंपनी से लोन लेकर परिवार को 54 लाख 22 हजार 880 रुपए का ठगी किया है।

शौर्यजीत साहू और खुशबु ध्रुव ने अपने मोबाइल नंबर के द्वारा दस्तावेजों का दुरपयोग किया। बैंक व प्राइवेट कंपनी से मिलने वाले लोन को शौर्यजीत ने उक्त रकम को अपने पिता आशीष नगर रिसाली निवासी योगेश साहू, मां गोमती साहू के बैंक खाते में ठगी कर 41 लाख 98 हजार 827 रुपए को भेजा। नरेन्द्र और बिमला का वेतन रिसाली एसबीआई बैंक खाते में प्रतिमाह आया करता था। बड़ी बेटी खुशबु ध्रुव की जान पहचान मोहल्ले के शौर्यजीत साहू से पहचान होने के कारण उसका घर आना जाना था।

अप्रैल 2022 से खुशबु, शौर्यजीत अपनी सीए की पढ़ाई के लिए पुणे चले गए। जहां दोनों पढ़ाई कर रहे थे। जुलाई 2023 में खुशबु ने पत्नी बिमला को फोन कर बताया कि पुणे की पढ़ाई छोड़कर रिनाईनेंस कॉलेज इंदौर में बीकॉम ऑनर्स विथ लॉ के एडमिशन के लिए इंदौर में होने की जानकारी दी। इस दौरान खुशबु ने अपने पिता नरेन्द्र धुव, माता बिमला ध्रुव के सारे दस्तावेज अपने मोबाइल पर मंगा लिया था। जिसका दुरपयोग कर विभिन्न बैंको से पर्सनल लोन लेकर ठगी किया।

खुशबू और शौर्यजीत ने ऐसे दिया झांसा

पुलिस ने बताया कि,  खुशबु ने मां बिमला का 3 माह का सैलरी स्लीप, आधार कार्ड, पेनकार्ड और पिता नरेन्द्र का रेलवे का आईडी कार्ड को अपने मोबाइल से मंगाया। उसके बाद खुशबु और शौर्यजीत दोनों भिलाई घर आते थे। तब शौर्यजीत के द्वारा बिमला के मोबाइल से बैंक स्टेटमेंट का डाटा को अपने मोबाइल का उपयोग कर भेजता था। पूछने पर कॉलेज में आवश्यकता होना का बहाना बताया करता था। कुछ माह बाद विभिन्न कंपनियों का मैसेज और ऋण चुकाने के लिए वसूली एजेंट आने लगे।

तब बिमला बैंक खाते से बीमा प्रीमियम किश्त कटने पर शौर्यजीत से पूछताछ किया। तब उसने बीमा कराने की बात कही और ट्रेडिंग के काम का मैसेज आने का झांसा दिया। संदेह होने पर नरेन्द्र ने अपने छोटे भाई चंद्रप्रकाश ध्रुव को बताने पर मोबाइल में आए मैसेज को जांच कराया गया। तब पता चला कि बेटी खुशबु और शौर्यजीत ने मिलकर बिमला का ऑनलाइन आधार कार्ड, पेनकार्ड, बैंक स्टेटमेंट, सैलरी स्लीप का दुरुपयोग किया।

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