फर्जीवाड़े के आरोप में भाजपा पार्षद संतोष नाथ उर्फ जलंधर गिरफ्तार

दुर्ग। सरकारी जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए अपने नाम करने और बेचने के आरोप में भाजपा पार्षद और एमआईसी सदस्य जोन अध्यक्ष संतोष नाथ उर्फ जलंधर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वैशाली नगर पुलिस इस मामले में पहले ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि पार्षद जलंधर सिंह ने उद्योग विभाग और अन्य की निजी जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें अपने नाम रजिस्ट्री कराया और फिर अन्य लोगों को बेच दिया। इस खुलासे के बाद वैशाली नगर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
जलंधर सिंह पहले निर्दलीय चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल हुआ था, लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद उसने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। उसके खिलाफ थाना वैशाली नगर में एक और जमीन घोटाले का मामला दर्ज है। इस मामले में जवाहर नगर सुपेला निवासी देवनाथ गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जलंधर ने कार्तिक नंद शर्मा, पुरुषोत्तम उर्फ अरविंद भाई, राजेंद्र सोनी और हरिश राठौर के साथ मिलकर कोहका वार्ड 14 बाबादीप सिंह नगर की जमीन (खसरा नंबर 5407/4 और 5407/3) के फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी की।
इस मामले में वैशाली नगर पुलिस ने जलंधर समेत अन्य आरोपियों पर धारा 420, 467, 468, 471 और 120-बी भादवि के तहत मामला दर्ज किया था। पहले ही 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी थी, और अब मुख्य आरोपी जलंधर को भी गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।