हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद अडाणी समूह के शेयर औंधे मुंह गिरे, निफ्टी-Sensex में मामूली गिरावट
नई दिल्ली : अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के ताजा आरोपों के बाद सोमवार (12 अगस्त) को अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई। जबकि भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स Nifty 50 और Sensex में सेलिंग देखने को मिली है। बाजार खुलने के बाद सुबह 10 बजे के आसपास निफ्टी 135 अंक टूटकर 24330 पर ट्रे़ड हो रहा है। इस आरोप के बाद अडानी समूह की प्रमुख कंपनियों जैसे अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स और अडाणी पावर के शेयरों में 5-6 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। अडाणी के सभी 10 शेयर लाल निशान में हैं। निवेशकों के हजारों करोड़ रुपए डूबने की आशंका है।
अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट
अडाणी ग्रुप के शेयरों में 12 अगस्त को अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स और अडाणी पावर समेत समूह की अन्य कंपनियों के शेयरों में 5-6 प्रतिशत तक की गिरावट आई। अदानी एंटरप्राइजेज के शेयर 3.8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,066.8 रुपए, अडाणी पावर 4.9 प्रतिशत गिरकर 661.5 रुपए पर और अडाणी टोटल गैस 6.1 प्रतिशत गिरकर 816.6 रुपए पर कारोबार कर रहा है। अडाणी ग्रुप के Stock Market में लिस्टेड सभी 10 शेयरों में भले ही गिरावट आई है, लेकिन ये उस तरह की नजर नहीं आ रही है, जैसी कि 24 जनवरी 2024 को हिंडनबर्ग रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद देखने को मिली थी।
सेबी चीफ और अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग के आरोप
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का अडाणी समूह द्वारा इस्तेमाल किए गए फंड्स में हितों का टकराव हो सकता है। जिससे अडाणी समूह की जांच में अनियमितताएं हुईं। SEBI और माधबी पुरी बुच ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि चेयरपर्सन ने सही समय पर सभी जरूरी जानकारियां दी हैं और कोई भी हितों का टकराव नहीं हुआ है।