नई दिल्ली : दिल्ली की तरह अब अहमदाबाद के कई स्कूलों को सोमवार को बम से उड़ने की धमकी वाला ईमेल मिला है। इसके बाद से ही अब छात्रों, कर्मचारियों और अभिभावकों में दहशत और चिंता फैल गई। बताया जा रहा है कि ये एक रूसी हैंडलर द्वारा ही यह धमकी भरा मेल आया है। इस ईमेल के बाद पुलिस चौंकन्ना हो गई है और स्कूलों में तलाशी अभियान चला रही है। पुलिस ने कहा कि सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद में छह से सात स्कूलों को ईमेल से इन संस्थानों को उड़ाने की धमकी दी गई।
शहर के विभिन्न स्कूलों में पुलिस की टीमें तैनात
दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) और आनंद निकेतन जैसे स्कूलों ने कहा कि उन्हें बम की धमकी वाले ईमेल मिले हैं और उन्होंने पुलिस नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया है। धमकी भरे ईमेल की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीमें शहर के विभिन्न स्कूलों में पहुंच गई है।फिलहाल, तक पुलिस की टीम को कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली है। इसके साथ ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। अहमदाबाद प्रशासन ने अभिभावकों से पैनिक न होने की अपील की है और कहा है कि खतरे की कोई बात नहीं है। बम निरोधी दस्ता भी मौके पर मौजूद है।
दिल्ली स्कूलों- इसी पैटर्न में मिले ईमेल
रिपोर्टों के मुताबिक, गुजरात पुलिस और बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड (बीडीडीएस) की टीमें स्थानों पर मौजूद हैं और मामले की आगे की जांच जारी है। अहमदाबाद में यह घटना दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के कई स्कूलों को इसी तरह की धमकियां मिलने के कुछ दिनों बाद हुई है। बता दें कि, दिल्ली के स्कूलों को भी इसी पैटर्न में ईमेल मिले थे। दिल्ली के 100 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। हालांकि, यह बाद में फर्जी साबित हुआ। इस संबंध में एक FIR भी दर्ज की गई थी।
दिल्ली पुलिस ने FIR में यह दावा किया कि बम संबंधी ईमेल भेजने का मकसद “बड़े पैमाने पर दहशत पैदा करना और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ना था। प्राथमिकी तक पहुंच रखने वाले आधिकारिक सूत्र के अनुसार, बुधवार को सुबह 5:47 बजे से अपराह्न 2:13 बजे के बीच कई स्कूलों की तरफ से, बम धमकी मिलने के बारे में कम से कम 125 कॉल आई थीं।
सूत्र ने कहा कि कॉल आने के बाद पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) वाहन स्कूल पहुंचे और जिला पुलिस, बम निरोधक दस्ता (बीडीएस), एमएसी, विशेष प्रकोष्ठ और अपराध नियंत्रण कक्ष, डीडीएमएस, एनडीआरएफ, ‘फायर कैट्स’ व अन्य एजेंसियों को सतर्क किया गया। सूत्र के अनुसार प्राथमिकी में कहा गया है कि स्कूलों की ओर इन इकाइयों की आवाजाही के कारण काफी असुविधा हुई।