हिंदू ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है और शनिदेव जब भी एक राशि से दूसरी राशि प्रवेश करते हैं तो इसका असर सभी राशि के जातकों पर होता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, शनिदेव 4 नवंबर, 2023 को सुबह 8.26 मिनट पर कुंभ राशि में मार्गी होने जा रहा है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे यहां इसके प्रभावों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति
यदि किसी व्यक्ति की लग्न कुंडली में शनि देव की स्थिति मजबूत होती है तो व्यक्ति को सुख-सुविधा, उत्तम स्वास्थ्य और मजबूत मानसिक स्थिति की प्राप्ति होती है। वहीं शनिदेव राहु-केतु या मंगल जैसे ग्रहों के साथ खराब रिश्ते बना रहा होता है तो जातकों को अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शनि देव जब कुंभ राशि में विराजमान होते हैं और उस दौरान राहु-केतु जैसे अशुभ ग्रहों के साथ युति होती है तो जातकों को त्वचा से संबंधित परेशानियां, नींद की कमी, नौकरी में परेशानी आदि हो सकती है।
मीन राशि वालों का बढ़ेगा खर्च
पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, मीन राशि के जातकों के लिए शनि 11वें और 12वें भाव का स्वामी है। शनिदेव के कुंभ राशि में मार्गी होने से मीन राशि वाले जातकों को लाभ होने के साथ-साथ खर्च भी वहन करना पड़ सकता है। जीवन में संतुष्टि की कमी देखने को मिल सकती है। असुरक्षा की भावनाएं भी बढ़ सकती है। नौकरी में अधिक दबाव आ सकता है और अधिकारी वर्ग से सहयोग नहीं मिलेगा। शनि कुम्भ राशि में मार्गी होने के दौरान मिन राशि वालों को अच्छा आर्थिक लाभ नहीं होगा।
परिवार में तनाव, जरूर करें ये उपाय
मीन राशि वालों को शनिदेव के मार्गी होने के कारण पारिवारिक जीवन में भी तनाव का सामना करना पड़ सकता है। जीवन में उत्साह की कमी भी देखने को मिलेगी, जिसके चलते आप अपने जीवन साथी के प्रति प्रेम भावनाएं व्यक्त करने की स्थिति में नहीं नजर आएंगे। रिश्तों में खटास आ सकती है। आंखों में जलन और पैरों में दर्द का सामना करना पड़ सकता है। सेहत के प्रति अलर्ट रहें। मीन राशि के जातकों को बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार को 6 महीने आराधना करना चाहिए।