काठमांडू : नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ चार दिनी आधिकारिक यात्रा पर बुधवार 31 मई को भारत की यात्रा पर आएंगे। वह सदियों पुराने, बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी व अन्य नेताओं से वार्ता करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर मुहर लगेगी। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि दिसंबर 2022 में प्रधानमंत्री का पदभार संभालने के बाद प्रचंड की यह पहली विदेश यात्रा होगी।
मंत्रालय ने बताया कि प्रचंड (68) के साथ यात्रा पर उनकी बेटी गंगा दहल भी आएंगी। प्रचंड पीएम मोदी के निमंत्रण पर भारत की यात्रा करेंगे। उनके नेतृत्व में मंत्रियों, सचिवों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आएगा। यात्रा के दौरान पीएम प्रचंड राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार भेंट करेंगे।
अच्छे संबंधों को मजबूत करेगा चौथा भारत दौरा
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री की सभी पारियों के रूप में ‘प्रचंड’ का यह चौथा भारत दौरा है। यह दौरा नेपाल और भारत के बीच सदियों पुराने, बहुआयामी और सौहार्दपूर्ण संबंधों को और मजबूत करेगा।
नेपाली समुदाय को करेंगे संबोधित
प्रचंड नई दिल्ली में नेपाली चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और भारतीय उद्योग परिसंघ के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले व्यापार सम्मेलन को संबोधित करेंगे। वे नेपाल के राजदूत शंकर प्रसाद शर्मा द्वारा दिए जाने वाले समारोह में नेपाली समुदाय से चर्चा भी करेंगे।
उज्जैन और इंदौर भी जाएंगे
नेपाली विदेश मंत्रालय के अनुसार, तीन जून को काठमांडो लौटने से पूर्व पीएम प्रचंड का मध्य प्रदेश के उज्जैन-इंदौर का दौरा करने का भी कार्यक्रम है।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए : भारत
नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि सहयोग के सभी क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हुए हैं। यह यात्रा द्विपक्षीय साझेदारी को और गति देगी। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति इसकी विदेश नीति का एक अभिन्न अंग है।