नक्सलियों को लगा बड़ा झटका : 8 लाख की ईनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, 20 साल से नक्सल संगठन में थी सक्रिय

गरियाबंद : छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सलियों की कमर टूट रही है. एक बार फिर नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है. 20 साल से नक्सल संगठन में सक्रिय महिला नक्सली जानसी ने सरेंडर कर दिया है. उस पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था. जानसी अपने पति की मौत के बाद से खराब मानसिक स्थिति से जूझ रही थी.
कौन है महिला नक्सली जानसी?
महिला नक्सली जानसी ने गरियाबंद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. जानसी उर्फ वछेला मटामी, गढ़चिरौली ( महाराष्ट्र ) की रहने वाली है. वह 20 साल से नक्सल संगठन में सक्रिय थी. वह नगरीय एरिया कमेटी की सचिव भी थी. जानसी पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था. वह रिसगांव की बड़ी नक्सली घटना सहित कई घटनाओं में शामिल थी. अपने साथ एसएलआर रायफल लेकर चलती थी. साथ ही IED लगाने जैसी घटनाओं को भी अंजाम देती थी.
पति की मौत के बाद से खराब मानसिक स्थिति
जानसी खूंखार नक्सली सत्यम गावड़े की पत्नी थी. 16 जनवरी को भालूडीगी मुठभेड़ में सत्यम मारा गया था. अपने पति की मौत के बाद से ही जानसी मानसिक दशा से जूझ रही थी.
2005 में नक्सली संगठन में हुई थी शामिल
नक्सली जानसी साल 2005 से जन मिलीशिया में शामिल हुई थी. वह इलाके में हुए कई वारदात में सक्रिय भूमिका में रही है. 15 सितंबर 2025 को जानसी ने गरियाबंद पुलिस द्वारा चलाए गए घर वापसी अभियान से प्रेरित होकर आत्मसमर्पण किया.
गरियांबद SP निखिल राखेचा ने बताया कि गरियाबंद में सुरक्षा बलों को फिर एक बार बड़ी सफलता मिली है. 8 लाख की इनामी महिला नक्सली ने हथियार छोड़ कर सरेंडर कर दिया है. महिला नक्सली का नाम जानसी मटामी है, जो महाराष्ट्र की रहने वाली है. नक्सली संगठन में नगरी एरिया कमेटी की सचिव रही है और कई बड़े पदों पर कार्य की है. सरकार की पुनर्वास नीति और परिवारिक दबाव से प्रभावित होकर नक्सली ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है. अब संगठन की रीढ़ टूट चुकी है, छोटे-मोटे नक्सली भी खुशहाल जिंदगी की ओर लौट आएं और शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं.