Haj Yatra 2025: छत्तीसगढ़ से हज पर जाने वालों के लिए रायपुर में लगा विशेष ट्रेनिंग व हेल्थ कैंप, 25 मई को होंगे रवाना

Haj Yatra 2025 / रायपुर। हज यात्रा 2025 के लिए चयनित छत्तीसगढ़ के हज यात्रियों का प्रशिक्षण और स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम आज 14 मई से राजधानी रायपुर में शुरू हो गया है। यह तीन दिवसीय शिविर रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित किया गया है, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आए यात्रियों ने भाग लिया।
हज कमेटी और बक्फ बोर्ड के अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी और बक्फ बोर्ड के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर बक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज और हज प्रमुख मोहम्मद असलम खान ने उपस्थित हाजियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि 14, 15 और 16 मई को चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में धार्मिक अनुष्ठानों की जानकारी, स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण, और व्यवहारिक यात्रा निर्देश दिए जा रहे हैं।
धार्मिक प्रशिक्षण और व्यवहारिक जानकारियाँ
हज प्रमुख मोहम्मद असलम खान ने कहा, “हम एक मुल्क से दूसरे मुल्क जा रहे हैं, ऐसे में यात्रियों को जरूरी जानकारी देना बेहद आवश्यक है।”
इस प्रशिक्षण में यात्रियों को हज से संबंधित धार्मिक कृत्यों जैसे तवाफ, सई, इहराम पहनना, रमी जमरात आदि के व्यवहारिक अभ्यास कराए जा रहे हैं। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि किस मुक़ाम पर कौन-सी दुआ पढ़नी है और हज यात्रा के दौरान अनुशासित व्यवहार कैसे बनाए रखना है।
इसके अलावा उन्हें पासपोर्ट, वीज़ा, फ्लाइट की प्रक्रिया, सऊदी अरब के कानून, हेल्पलाइन नंबर, सुरक्षा नियमों और आपातकालीन स्थितियों से निपटने की पूरी जानकारी दी जा रही है।
स्वास्थ्य परीक्षण और टीकाकरण
कार्यक्रम के दौरान हाजियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है जिसमें ब्लड प्रेशर, शुगर, बीएमआई की जांच शामिल है। वरिष्ठ नागरिकों और बीमार यात्रियों के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की गई है। साथ ही, सऊदी सरकार द्वारा अनिवार्य किए गए टीके जैसे मेनिनजाइटिस और इन्फ्लुएंजा के टीके लगाए जा रहे हैं। कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र की भी जांच की जा रही है।
दवाइयाँ, मेडिकल किट और मानसिक तैयारी
यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी नियमित दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखें और साथ में एक छोटा मेडिकल किट भी दिया जा रहा है जिसमें प्राथमिक उपचार की सामग्री होती है।
इसके अलावा, यात्रियों को मानसिक रूप से तैयार किया जा रहा है ताकि वे भीड़, गर्मी, थकान और लंबी दूरी की यात्रा के दौरान संयम और धैर्य बनाए रख सकें।
हज किट और समूह व्यवस्था
शिविर के अंत में यात्रियों को हज गाइडबुक, पहचान पत्र, इहराम किट, और अन्य आवश्यक सामग्री दी जा रही है। साथ ही, उन्हें समूह लीडर से परिचय कराया जा रहा है जो यात्रा के दौरान मार्गदर्शन करेंगे।
पहले दिन 248 हाजियों की उपस्थिति
शिविर के पहले दिन दुर्ग, बेमेतरा, बालोद, राजनांदगांव, कबीरधाम, खैरागढ़-छुईखदान-मंडई, बस्तर, कोंडागांव, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कांकेर और कोरिया जिलों से कुल 248 हाजी शामिल हुए।
इस वर्ष 700 हाजी करेंगे हज यात्रा
डॉ. सलीम राज ने बताया कि इस बार समयपूर्व फ्लाइट शेड्यूल होने के कारण संभाग स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित नहीं किया जा सका, जिसके चलते सभी जिलों के हाजियों को रायपुर बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ से करीब 700 लोग हज यात्रा पर जाएंगे, जिनकी फ्लाइट्स 25 मई से नागपुर, भोपाल और हैदराबाद से रवाना होंगी।