नई दिल्ली : नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना प्रदर्शन पिछले 16 दिनों से जारी है। पहलवान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे हैं। पहलवानों की मांग है कि बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही वह इस्तीफा भी दें। इस बीच ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुके पहलवान बजरंग पूनिया के एक पोस्ट ने तहलका मचा दिया है। बजरंग ने विरोध-प्रदर्शन के बीच कर्नाटक चुनाव को लेकर इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी लगाई और हंगामा होने पर बाद में उसे डिलीट भी कर दिया।
बजरंग पुनिया ने जो स्टोरी लगाई, उसमें भगवान हनुमान का एक उदाहरण दिया गया है और लिखा है- मैं बजरंगी हूं। मैं बजरंग दल का समर्थन करता हूं। जय श्री राम। पोस्ट में एक कैप्शन भी था जिसमें तस्वीर को अपने-अपने व्हाट्सएप स्टेटस और डिस्प्ले पिक्चर पर लगाने की अपील की गई थी। यह कांग्रेस के घोषणापत्र के खिलाफ बजरंग दल के विरोध के बीच आया है। जिसमें कांग्रेस ने आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनावों में पार्टी के सत्ता में आने के बाद संगठन (बजरंग दल) पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया गया है।
पहलवान WFI चीफ के खिलाफ कर रहे धरना-प्रदर्शन
भारत के लिए कई पदक जीत चुके बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट समेत कई शीर्ष पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, किसान बृजभूषण सिंह के विरोध में शीर्ष पहलवानों के साथ शामिल हो गए हैं और रविवार को केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया। खाप पंचायत के नेताओं ने प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ सरकार को भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 15 दिन की समय सीमा दी। उन्होंने WFI चीफ की गिरफ्तारी की मांग की है। बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट के तहत एक मामला समेत दो FIR दर्ज हैं।
जनवरी में भी पहलवानों ने किया था प्रदर्शन
शीर्ष पहलवानों ने पहली बार जनवरी में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया था। उन्होंने मांग की थी कि डब्ल्यूएफआई को भंग कर दिया जाए और इसके अध्यक्ष को हटा दिया जाए। इसके बाद खेल मंत्रालय ने महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में 23 जनवरी को एक ओवरसाइट कमेटी का गठन किया था और उसे एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था। सरकार ने अभी तक रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है।
23 अप्रैल से धरने पर बैठे हैं पहलवान
इसके बाद पहलवानों ने धरना खत्म कर दिया था। 23 अप्रैल से पहलवानों ने रिपोर्ट नहीं आने और बृजभूषण पर FIR दर्ज करने को लेकर फिर से धरना शुरू किया। अब बृजभूषण के खिलाफ FIR तो दर्ज हो गई है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आगे की सुनवाई और मामलों के लिए पहलवानों को दिल्ली हाईकोर्ट जाने के निर्देश दिए थे। वहीं, धरने के बीच तीन मई को पहलवानों और कुछ पुलिस कर्मियों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर में चोटें आईं। पहलवानों ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथ मारपीट की, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इनकार किया कि उन्होंने पहलवानों के खिलाफ बल प्रयोग किया।