महिलाएं सिंदूर लगाते समय इन नियमों का करें पालन, नहीं तो हो सकता है बुरा असर

सनातन धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए मांग में सिंदूर, गले में मंगलसूत्र, पैर की उंगलियों के लिए बिछिया बेहद जरूरी बताए गए हैं। ये तीनों एक महिला के सुहागिन होने की निशानी हैं। स्त्रियों जिस स्थान पर सिंदूर लगाती हैं, उसे मांग कहा जाता है। इसको सनातन धर्म में बेहद पवित्र माना गया है। शास्त्रों में महिलाओं के लिए सिंदूर लगाने के कुछ नियम हैं। उन नियमों का पालन करने से वैवाहिक जीवन में परेशानी नहीं आती है। लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी ने विस्तार से इस बारे में बताया है।
अपनी सिंदूरदानी का खुद ही करें उपयोग
महिलाएं कई बार दूसरी महिलाओं को अपनी सिंदूरदानी से सिंदूर दे देती हैं। यह बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। यह आपके सुहाग की निशानी है, इसलिए यह आप ही लगाएं।
सिंदूर लगाते समय दक्षिण दिशा की तरफ न करें मुंह
महिलाएं सिंदूर लगाते समय दक्षिण दिशा की तरफ मुंह न करें। यह आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह आपके वैवाहिक जीवन के लिए बुरा हो सकता है।
सिंदूर को मांग में ही भरें
महिलाओं को मांग में ही सिंदूर भरना चाहिए। ऐसा न करने से आप पर मुसीबतें आ सकती हैं।
सिंदूर को न छिपाएं
कुछ महिलाएं मांग में सिंदूर लगाने के बाद उसको ढक लेती हैं, जिससे सिंदूर दिखता नहीं है। ऐसा बिल्कुल भी न करें, क्योंकि यह आपके पति की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा सकता है।
सिर पर चुन्नी रख भरें मांग
महिलाओं एक बात ध्यान रखनी चाहिए कि जब मांग भरें तो सिर चुन्नी से ढका हुआ होना चाहिए। कभी खुली मांग में सिंदूर को नहीं भरें, जिससे आपके भाग्य पर नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। ऐसा न करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद को आपको नहीं मिल पाएगा।