वास्तु शास्त्र में घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए कई तरह के उपाय बताए गए हैं। इसमें से विंड चाइम्स का विशेष महत्व बताया गया है। वास्तु एक्सपर्ट चैतन्य मलतारे के मुताबिक, विंड चाइम्स को सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। विंड चाइम्स से निकलने वाली मधुर ध्वनि घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है और परिवार के सभी सदस्यों को मानसिक शांति भी दी है।
विंड चाइम लगाने का नियम
वास्तु में उर्जा चक्र के प्रवाह का विशेष ध्यान दिया जाता है। हवा की गति के साथ विंड चाइम्स की घंटियां जब एक-दूसरे से टकराती हैं तो इससे मधुर ध्वनि निकलती है। यह ध्वनि काफी सुकून देने वाली होती है। ऐसे में घर में विंड चाइम को लगाते समय कुछ बातों की सावधानी जरूर रखना चाहिए।
घर के मुख्य द्वार पर हमेशा 4 छड़ों वाली विंड चाइम लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर का वास्तु दोष खत्म होता है।
विंड चाइम को घर में सही दिशा में लगाना चाहिए। साथ ही ऐसी दिशा में लगाना चाहिए, जहां से लगातार हवा का प्रवाह बना रहता हो।
विंड चाइम को सही दिशा में नहीं लगाने पर घर में अशांति का माहौल हो सकता है। विंड चाइम को घर की पश्चिम या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए।
विंड चाइम्स यदि लकड़ी से बना हो तो इसे पूर्व और दक्षिण दिशा की तरफ लटकाना चाहिए। अन्यथा परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
ऑफिस में यदि विंड चाइम लगाते हैं तो दरवाजे या खिड़की पर लगाना सबसे अच्छा होता है क्योंकि यहां से विंड चाइस को सीधी हवा मिलती है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा निकलती रहती है।