क्यों हिट हैं साउथ मूवीज और पिट जाती हैं बॉलीवुड फिल्में? ‘गैसलाइट’ एक्टर राहुल देव ने बताई वजह

मुंबई : साउथ और बॉलीवुड में विलेनगीरि कर चुके राहुल देव जाने-माने एक्टर हैं। उन्होंने कई फिल्मों में अपने लाजवाह अभिनय से सबका दिल जीता है। हाल ही में वह सारा अली खान और विक्रांत मेसी की फिल्म ‘गैसलाइट’ में दिखाई दिए थे। ये मूवी डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हुई है। 31 मार्च से इसे आप ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं।
इसमें राहुल देव की एक्टिंग को सबने सराहा है। अब एक इंटरव्यू में एक्टर ने साउथ और बॉलीवुड फिल्मों की तुलना की है और काफी कुछ कह दिया है। जिससे सुनने के बाद हर कोई हैरान है।
राहुल देव (Rahul Dev) को के रोल्स ऑफर किए जा रहे हैं, उसके बारे में बात करते हुए वह बोले कि उन्हें बॉलीवुज कमतर आंक रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि कैसे साउथ की फिल्में 70 और 80 के दशक की फिल्मों की तरह ही बनाई जा रही हैं और यहां एक ही कहानी बताने पर जोर होता है जिस कारण वह अच्छा परफॉर्म करती हैं। उन्होंने कहा कि साउथ इंडियन में डायलॉग्स और एक्टर्स ‘लार्जर दैन लाइफ’ होते हैं, और एक्शन और फाइट सीक्वेंस वास्तविक जीवन के विपरीत ‘ओवर द टॉप’ होते हैं।
राहुल देव को है अच्छे काम का इंतजार
राहुल देव ने News 18 से बात करते हुए कहा- अगर आप साउथ में देखते हैं, तो उनकी फिल्में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन वे सभी 70 और 80 के दशक की फिल्मों के टेम्पलेट को फॉलो करते हैं हैं। डायलॉग्स और एक्टर लार्जन दैन लाइफ होते हैं। इतना ही नहीं, कुछ बढ़िया एक्शन और फाइट सीक्वेंस हैं जो वास्तविक में नहीं होते हैं
रियल लाइफ में लेकिन इस तरह से दिखाए और सुनाए जाते हैं कि ऑडियंस को बेहद पसंद आते हैं। तो ये सारी चीजें हैं जो मायने रखती हैं। तो यह सिर्फ कहानी को जाहिर करने का तरीका है और लोग इसे कैसे समझते हैं। मुझे आशा है कि ऐसी भूमिकाएं मेरे पास आएंगी।
राहुल देव ने ओटीटी पर रखी राय
राहुल देव ने अपनी जर्नी के बारे में भी बात की। कहा कि आज के समय में एक्टर का स्किल फॉर्मैट ओटीटी में खासकर एकदम सामान्य हो गया है। मैं एक एजुकेटेड स्कूल से हूं तो लार्जर दैन लाइफ फिल्मों में अपना दिमाग घर पर छोड़कर आना होता है। क्योंकि असल जिंदगी में तो आप किसी की शर्ट नहीं फाड़ देंगे। किसी से लड़ने नहीं लगेंगे। ये सिर्फ कॉमर्शियल फॉर्मैट में होता है।