क्या है कपल थेरेपी? जानिए इसकी आवश्यकता कब होती है…

कपल थेरेपी से रिश्तो में वापस आती है मधुरता .

आजकल के बिजी लाइफ शेड्यूल में कपल एक दूसरे को ज्यादा टाइम नहीं दे पाते हैं। जिसकी वजह से वो एक दूसरे को अच्छे से समझ भी नहीं पाते हैं। ऐसे में वो एक दूसरे से क्लोज बातें शेयर करने में कतराते हैं और वो सेक्स लाइफ को लेकर आपस में बात भी नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से उनके प्यार भरे रिश्ते में गलतफहमियां होना लाज़मी हो जाता है और झगडे अपनी जगह बनाने लग जाते हैं। शादी लव मैरिज हो या अरेंज मैरिज एक समय के बाद कपल्स के बीच मनमुटाव और नोंकझोंक होनी शुरू हो जाती है। अगर आपके भी रिश्ते में आ रही है कड़वाहट तो आप कपल थेरेपी की मदद ले सकती हैं।

कपल थेरेपी रिलेशनशिप को बेहतर ढंग से समझने और बिगड़ते हुए रिश्ते को सुधारने के लिए लिया जाता है। इस थेरेपी की मदद से कपल्स के बिच ब्रेकअप, कम्युनिकेशन इश्यूज, मिसअंडर स्टेंडिंग, सेक्स रिलेटेड दिक्कतें भी दूर की जा सकती है और आपके बिगड़ते हुए रिश्ते में फिर से मिठास आ सकती है।

कब लें ये थेरेपी-

जब आपके पार्टनर के साथ छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई होना शुरू हो जाए जिसकी वजह से आपके प्यार भरे रिश्ते में कड़वाहट आना शुरू हो जाए और बातचीत बंद हो जाए। जिसकी वजह से एक दूसरे को माफ़ करना मुश्किल लगना लगे। आपका पार्टनर आपसे बातें छुपाने लगे, आपकी सेक्स लाइफ भी हो रही है ख़राब और दोनों अलग होने का डिसीजन लेने के बारे में सोच रहे हैं। ऐसे में कपल थेरेपी लेना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।

लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप के लिए भी फायदेमंद है कपल थेरेपी-

अगर आप लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहते हैं तो आप हर रोज़ अपने पार्टनर से नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में आपके रिश्ते में गलत फहमी का होना लाजमी हो जाता हे और एक दूसरे से हर छोटी बातों पर लड़ाइयां होना शुरू हो जाती है और आपकी रिश्तों में कड़वाहट आने लगती है। तो ऐसे में कपल थेरेपी आपके रिलेशनशिप को खुशनुमा बनाने के लिए कारगर सिद्ध हो सकती है।

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