वास्तुशास्त्र : किचन की दीवारों पर करें ये रंग, परिवार में बनी रहती है खुशहाली

वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के हर चीज़ को वास्तु के हिसाब से सेट करना चाहिए। ऐसे में घर के किचन का रंग बहुत ज्यादा महत्व रखता है। किचन को घर का सबसे खास और जरूरी स्थान माना जाता है। ऐसे में उसकी दीवार पर किया जाने वाला रंग भी बहुत महत्व रखता है। वहीं घर में सुख, शांति और समृद्धि को बनाएं रखने के लिए भी किचन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए जानते है कि घर के किचन में कौन सा रंग किया जाना चाहिए।

लाल या नारंगी रंग

वास्तु के मुताबिक घर की खुशहाली बनाए रखने में किचन का भी महत्वपूर्ण स्थान रहता है। ऐसे में किचन की दीवार का रंग बहुत मायने रखता है। माना जाता है कि किचन में लाल या नारंगी रंग करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। जिससे घर में अच्छा वातावरण बना रहता है।

किचन कैबिनेट्स का रंग

किचन में अमूमन सभी के कैबिनेट्स होते ही है। ऐसे में इन पर लेमन येलो, ऑरेंज या फिर ऑलिव ग्रीन कलर करना चाहिए। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है।

नेगेटिविटी की वजह

घर के किचन में यदि पानी थमा हुआ रहता है या फिर लीकेज की समस्या रहती है, तो ऐसे में घर में नेगेटिविटी का संचार होता है।

सही दिशा में लगवाएं सिंक

वास्तु के अनुसार सिंक को सही दिशा में लगाना चाहिए। अन्यथा नुकसान झेलना पड़ता है। वास्तु के अनुसार सिंक को उत्तर पूर्व दिशा में ही लगाना चाहिए। पानी का प्यूरीफायर भी इसी दिशा में लगाना चाहिए।

गैस की दिशा

वास्तु के अनुसार गैस चूल्हा दक्षिण पूर्व या उत्तर पश्चिम दिशा में ही रखना चाहिए। इससे माँ अन्नपूर्णा का आशीर्वाद बना रहता है। साथ ही घर में खुशहाली भी बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि ये दिशा डैमेज से बचाने के लिए सही रहती है।

खिड़कियों की दिशा

किचन में खिड़की का होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है।ऐसे में वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा में किचन में खिड़की बनवाना चाहिए। इससे पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है।

सही जगह बनवाएं कैबिनेट्स

किचन में कैबिनेट्स तो सभी बनवाते है, लेकिन इन्हें बनवाते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें, की कभी भी कैबिनेट्स को गैस के ऊपर न बनवाएं। इससे आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।

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