रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी में कांगेस का अधिवेशन खत्म हो गया, मगर अधिवेशन से जुड़ा बवाल जारी है। जब प्रियंका गांधी आईं तो नवा रायपुर की सड़क पर साढ़े 6 हजार किलो गुलाब बिछा दिए गए। इस पर प्रियंका का काफिला गुजरा। अब उन फूलों से गुलाल बनवाया जा रहा है। इसे लेकर सियासी बवाल है। भाजपा के नेताओं ने इस पर आरोप लगाना शुरू किया तो कांग्रेस के नेता भी सक्रिय हो गए। सोशल मीडिया पर पोस्ट तो हुए ही। दोनों पार्टी के नेताओं ने मीडिया को बयान भी जारी किए।
मूणत ने कहा है- सनातनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार “होलिका दहन” के दूसरे दिन “धुलेड़ी” पर रंगोत्सव का आगाज़ सर्वप्रथम देवी-देवताओं को रंग अर्पित करके, फिर बड़े बुजुर्गों को लगाकर किया जाता है! सड़कों पर रौंदे गए फूलों से बना गुलाल आप ईश्वर को अर्पित कर पाएंगे? पैरों ,जूतों ,गाड़ियों से रौंदे हुए फूलों से गुलाल बनाना सनातन संस्कृति का अपमान है, कांग्रेस जवाब दे।
राजेश मूणत के बयान पर कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए कहा कि फूल का उपयोग हार के रूप में, पुष्प गुच्छ के रूप में किया जाए और उपयोग के बाद इत्र, खाद बनाकर या गुलाल बनाकर इस्तेमाल किया जाता है। राजेश मूणत, को सनातन धर्म की चिंता क्यों हो रही है। राजेश मूणत के पूर्वज ने तो सनातन धर्म और परंपरा से धर्म आस्था को छोड़ दिया था। वो घर वापसी कब कर रहे हैं। हम सनातन धर्म के लोग धर्म और आस्था और आस्था की चिंता के लिए पर्याप्त हैं राजेश मूणत इसकी चिंता न करें।