कंटेनर में गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से दो मजदूरों की मौत: सड़क निर्माण कार्य में कर रहे थे काम

रायपुर। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत सड़क निर्माण कार्य में लगे दो मजदूरों की रसोई गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से मौके पर ही मौत हो गई, वहीं एक अन्य मजदूर अपने साथियों की मदद से बच गया। घटना अभनपुर थाना क्षेत्र के उरला की है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस तथा फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम पहुंचकर जांच में जुट गई है। जिन दो मजदूरों की मौत हुई है, वे इतनी बुरी कदर जल चुके थे कि पुलिस को उनका कंकाल ही मिल पाया। घटना रविवार शाम करीब 7 बजे की है। एएसपी विवेक शुक्ला के अनुसार, सिलेंडर ब्लास्ट में मृतक मजदूरों की पहचान उत्तरप्रदेश के अमरोहा निवासी परमान अली (25 )तथा शादाब अली (22) वर्ष के रूप में की गई है। मजदूर शालीमार कंपनी के सड़क निर्माण कार्य से जुड़े हुए थे।
पुलिस अफसर के अनुसार, कंटेनर बाहर से बंद था और एक खिड़की थी, जो बाहर से बंद थी। जिन दो मजदूरों की मौत हुई है, वे दोनों खाना बनाने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान सिलेंडर ब्लास्ट हुआ और कंटेनर के अंदर धुंआ भर गया। इस वजह से परमान तथा एक अन्य मजदूर बेहोश हो गाए। तीसरा मजदूर कंटेनर के अंदर ही था, लेकिन वह सिलेंडर से काफी दूर था। इस वजह से वह बेहोश नहीं हुआ। सिलेंडर ब्लास्ट होने के बाद तीसरा मजदूर अंदर से अपने अन्य साथी मजदूरों को आवाज लगाकर खिंड़की खुलवाया और खिड़की के रास्ते बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
शेड उड़ने की वजह से कंटेनर में व्यवस्था
मजदूरों के रुकने की व्यवस्था पूर्व में झोपड़ी एवं टिन के शेड बनाकर की गई थी। 10 दिन पूर्व आए आंधी-तूफान से मजदूरों का शेड उड़ गया, इस वजह से मजदूरों के रुकने की व्यवस्था कंटेनर में की गई थी। सिलेंडर में ब्लास्ट होने की वजह से कंटेनर काफी क्षतिग्रस्त हो गया। फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया।
बाहर से बंद था कंटेनर
कंटेनर के अंदर 20 से 25 मजदूरों की रहने की व्यवस्था थी। घटना के समय अन्य मजदूर साइट में काम करने गए थे, अन्यथा स्थिति और भयावह हो सकती थी। पुलिस के मुताबिक, कंटेनर में रह रहे दो से तीन मजदूर बाजार सब्जी खरीदने गए थे। इसलिए उन लोगों ने कंटेनर को बाहर से बंद कर दिया था। इस वजह से कंटेनर के अंदर फंसे मजदूर बाहर नहीं निकल पाए और उनकी मौत हो गई।