सावन माह में हरियाली तीज शनिवार को मनेगी। महिलाएं शिवालयों व घरों में व्रत रखकर पति की लंबी आयु के लिए शिवजी व माता गौरा की पूजा-अर्चना करेंगी। सावन माह में शिवजी व मां गौरा की पूजा का विशेष महत्व रहता है।
पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं हरे रंग की साड़ी, हरी चूडि़यां आदि पहनकर पूजन करेंगी। इस बार की हरियाली तीज को बहुत विशेष माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन तीन शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में यह व्रत रख कर पूजा करने से दोगुना पुण्य फल की प्राप्ति होगी।
पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि हरियाली तीज पर सुबह से लेकर रात 9:19 तक सिद्ध योग रहेगा। इसके बाद साध्य योग बनेगा, जो कि अगले दिन सुबह तक रहेगा। वहीं रवि योग देर रात 01:47 से शुरू होगा। अगले दिन 20 अगस्त को सुबह 05:53 पर खत्म होगा। इसके अलावा इस दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है, जो सुबह से लेकर देर रात 01:47 तक है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
पंडित विष्णु राजौरिया ने बताया कि 19 अगस्त को हरियाली तीज वाले दिन पूजा के लिए शुभ समय सुबह 07:30 से 09:8 तक है। इसके बाद दूसरा मुहूर्त दोपहर में 12:25 से शाम 5:19 तक है। वहीं अभिजीत मुहूर्त की बात करें तो इस दिन 11: 58 से दोपहर 12:51 तक अभिजीत मुहूर्त है। इन मुहूर्त में पूजन करने से विशेष लाभ होगा।
ऐसे करें यह पूजन
हरियाली तीज के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि करने के बाद नए वस्त्र पहनें।
इस दिन सोलह श्रृंगार जरूर करें और पूरे दिन व्रत रहें।
हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के साथ ही गणेश जी की भी पूजा की जाती है।
पूजा के लिए एक चौकी तैयार करें और उसपर पीले रंग का कपड़ा बिछा दें।
फिर इस चौकी में भगवान की मूर्तियां स्थापित करें और भगवान को नए वस्त्र पहनाएं।
इसके बाद माता पार्वती को सोलह श्रृंगार से जुड़े सभी सामान, साड़ी और चुनरी अर्पित करें।
पूजा के दौरान तीज की व्रत कथा सुनें या पढें। इसके बाद आरती करें।