रायपुर : छत्तीसगढ़ के कालेजों में इस वर्ष स्नातक पाठ्यक्रम में बदलाव करने की तैयारी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार कालेजों में सेमेस्टर सिस्टम भी लागू किया जा सकता है। राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन से उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव भुवनेश यादव और आयुक्त शारदा वर्मा ने सौजन्य मुलाकात की।
द्वय अधिकारियों ने राज्यपाल को नए पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के 10 जिलों में रायपुर, दुर्ग , बिलासपुर, राजनांदगांव, कांकेर, महासमुंद, जगदलपुर, रायगढ़, अंबिकापुर और कोरबा में अंग्रेजी माध्यम के कालेज खोले जाएंगे।
उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव और आयुक्त ने दी जानकारी
इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार प्रदेश के सभी कालेजों में स्नातक स्तर पर बीए, बीकाम, बीएससी समेत अन्य और स्नातकोत्तर स्तर पर एमए, एमकाम, एमएससी आदि कक्षाओं के पाठ्यक्रमों में बदलाव के बारे में जानकारी दी। प्रदेश के सभी कालेजों में एक समान पाठ्यक्रम होगा।
अफसरों ने दी स्कोच अवार्ड की जानकारी
उच्च शिक्षा के अधिकारियों ने राज्यपाल को केंद्र सरकार की प्रोजेक्ट असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन में देश के प्रतिष्ठित स्काच सिल्वर अवार्ड मिलने की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि किस तरह उन्होंने राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) से कालेजों का मूल्यांकन कराया। बतादें कि प्रदेश में नैक से मूल्यांकन की पात्रता रखने वाले 211 में से 197 कालेजों का मूल्यांकन कराकर छत्तीसगढ़ देशभर में अव्वल रहा है।
इसके अलावा उच्च शिक्षा में लड़कियों को प्रोत्साहन देने के लिए 26 कन्या कालेज का संचालन किया जा रहा है। अन्य कालेजों में सह-अध्ययन की सुविधा है। वर्ष 2018-19 में जहां 91,982 छात्रों की तुलना में 1,34,391 छात्राओं ने कालेज में दाखिला लिया वहीं 2022-23 में यह बढ़कर छात्रों की संख्या 1,28,310 व छात्राओं की संख्या 2,06,829 हो गई है, जो की छात्रों की तुलना में छात्राओं का संख्या 61 प्रतिशत अधिक है।