छत्तीसगढ़ में है ‘फौजियों का गांव’, 100 से ज्यादा जवान कर रहे देश सेवा, युवाओं के लिए बन रहे मिसाल

जांजगीर-चाम्पा : छत्तीसगढ़ का एक ऐसा गांव, जहां देश भक्ति, देश प्रेम और देश सेवा, कण-कण में हैं. इस गांव में 100 से ज्यादा सैनिक हैं, जिसके चलते देश और प्रदेश में इस गांव को सैनिक नगर के नाम से जाना जाता है.देश सेवा के प्रति गांव के लोगों में इस कदर का जुनून आपने कहीं नहीं देखा होगा, देश और प्रदेश में गांव को सैनिक नगर के नाम से जाना जाता है. गांव की मिट्टी के कण-कण में देश सेवा का जज्बा है, जिसके चलते सौ से ज्यादा सेना के जवान देश सेवा में लगे हुए हैं.
ये तस्वीर छग के जांजगीर-चाम्पा जिले की है, जहां गांव के मुख्य द्वार पर सैनिक नगर लिखा हुआ है, लेकिन गांव का नाम कुछ और ही है. जी हां, जांजगीर चांपा जिले का किरीत गांव ऐसा गांव है, जिसे सैनिक नगर के नाम से जाना जाता है. गांव ने पूरे प्रदेश में अपनी और जिले की अलग पहचान बनाई है.
इस गांव के 100 से ज्यादा जवान कर रहे देश सेवा
इस गांव के 100 से अधिक लोग सेना में हैं और देश की सीमा पर सेवा कर रहे हैं. साथ ही, कई जवान सेवा से रिटायर हो चुके हैं और रिटायर होने के बाद भी अच्छी जगह पर काम करते हुए दूसरे क्षेत्रों में भी गांव और जिले का नाम रौशन कर रहे हैं. इस गांव में हर एक घर के बाद सैनिक है, जो बॉर्डर पर देश सेवा में लगे हुए हैं.
गांव में 4 हजार की आबादी है, जहां बचपन से ही बच्चों में देश प्रेम और देशभक्ति का जुनून देखने को मिलता है. बचपन से ही बच्चे, देश सेवा करने का सपना देखते हैं और सपने को साकार करने में जुट जाते हैं. फिर सैनिक बनने का जुनून लेकर गांव के मैदान में दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं और लक्ष्य हासिल करते हैं. इस तरह पिछले 40 साल से प्रत्येक वर्ष 5 से 6 सैनिक गांव से चयनित होते हैं और सैनिक, देश की सेवा में योगदान देते हैं.
युवाओं के लिए बन रहे मिसाल
सबसे खास बात यह भी है कि जिले के लोग, कीरित गांव के बारे में सुनकर सेना में जाने की सोचते हैं और देश सेवा का भाव जागृत करते हैं. गांव के युवा भी बरसों से चली आ रही सैनिक बनने की अलख को संजोए रखना चाहते हैं. निश्चित तौर पर ऐसा सोचकर गांव ने मिसाल पेश की है और देश में अलग पहचान बनाई है.