खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले के गाँव देवारीभाट में मई के महीने में राजेश्वर वर्मा की हत्या हुई थी। जिसके हत्यारे को ढाई माह गुजरने के बाद भी खैरागढ़ पुलिस तलाश नहीं कर पाई है। इसे लेकर नाराज परिजनों और सैकड़ो ग्रामीणों ने बुधवार को खैरागढ़ में इतवारी बाज़ार से लेकर दुर्गा चौक तक पैदल मार्च निकाला। ग्रामीण इतवारी बाज़ार से पुलिस प्रशासन की अर्थी लेकर निकले थे, जिसे पुलिस प्रशासन ने बलपूर्वक रोक दिया था। लेकिन ग्रामीण रैली के रूप में दुर्गा चौक पहुंचे जहाँ खैरागढ़ कवर्धा के मुख्य सड़क को जाम कर दिया।
बीते 19 मई को ग्राम देवारीभाठ निवासी राजेश्वर वर्मा उर्फ उमेश वर्मा की हत्या हुई थी ,जिसे तीन माह बीतने के बाद भी पुलिस हत्यारे को पकड़ नहीं पाई । हत्याकांड की जानकारी के बाद पुलिस जरूर मौके पर पहुंची थी और शव का पंचनामा उपरांत सिविल अस्पताल खैरागढ़ में पोस्टमार्टम भी कराया गया था ।जहां पीएम रिपोर्ट में राजेश्वर वर्मा की हत्या की पुष्टि हुई थी जिसके बाद पुलिस ने मामले में अपराध भी पंजीबद्ध किया था। मगर हत्याकांड के इस मामले को पुलिस अब तक नही सुलझा पायी।
ग्रामीणों को विधायक का मिला साथ
इस मामले को लेकर खैरागढ़ विधायक समेत सैकड़ों नाराज ग्रामीण सड़क पर बैठ गए। प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस ने खैरागढ़ शहर में चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी। बड़े टीनो की दीवार बनाकर थाना पहुँच मार्ग को ब्लॉक कर दिया था। लेकिन आक्रोशित ग्रामीण और खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा सड़क पर ही बैठ गए और खैरागढ़ शहर के मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। जिसके बाद मौके पर एडिशनल एसपी नेहा पांडेय पहुंचीं और उनकी समझाइश के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम ख़त्म किया।