वहशीपन की पूरी कहानी सुनकर दहल जाएगा दिल, पत्नी की हत्या कर लाश के किए कई टुकड़े

बिलासपुर: बिलासपुर में चरित्र संदेह के चलते आरोपी ने प्लानिंग के साथ पत्नी की हत्या की थी, परिजनों और लोगों को इसकी भनक न लगे इसलिए उसने किसी दूसरे लड़के के साथ उसके भागने की अफवाह फैला दी थी। युवक ने पहले गला घोंटकर हत्या की और टाइल्स कटर मशीन से लाश के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे। फिर पॉलिथिन की ऐसी मजबूती से पैकिंग की थी कि दो माह पुरानी लाश से भी बदबू तक नहीं फैल रही थी।
नकली नोट बनाने वाले तखतपुर के पड़रिया निवासी पवन सिंह ठाकुर (33) पिता दिलीप सिंह ने अपनी पत्नी सती साहू की दो माह पहले 6 जनवरी को हत्या कर दी थी। मामले का राज तब खुला, जब रविवार को पुलिस की टीम उसे लेकर घर की तलाशी लेने पहुंची। मकान से नकली नोट बनाने वाली प्रिंटर मशीन के साथ 200 और 500 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए थे। इसी दौरान एक कमरे में रखे सिंटेक्स टैंक में लाश को पॉलिथिन में पैकिंग कर छिपाकर रखा था, जिसे देखकर पुलिस भी हैरान रह गई।
दुसरे युवक के साथ पत्नी के भाग जाने का बनाई कहानी
पवन ने हत्या से पहले अपने बच्चों को मां और भाई के पास छोड़ दिया और उन्हें बताया कि उसकी पत्नी किसी दूसरे लड़के के साथ भाग गई है। सती साहू की बहन और रिश्तेदारों तक उसके भागने की अफवाह फैला दी थी। ताकि, परिजन उसकी तलाश न करें और बात पुलिस तक न पहुंच सके।
टाइल्स कटर मशीन से काटी लाश, पालीथिन में किया पैक
पवन सिंह ने 6 जनवरी को अपनी पत्नी सती साहू की हत्या करने से पहले ही टाइल्स कटर मशीन और सिंटेक्स टैंक खरीद कर लाया था। उसने पहले गला दबाकर सती साहू की हत्या की। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने की कोशिश में जुट गया। कटर से हाथ और पैर को काटकर अलग किया और फिर सिर को धड़ से काट डाला। शव से बदबू न फैले इसलिए उसे पॉलिथिन में पैक कर टेप चिपका दिया।
पानी टैंक में रखे लाश से आने लगी बदबू
कटे हुए हाथ और पैर की अलग पैकिंग की। फिर धड़ और सिर को भी पैक किया था। शव के टुकड़ों को सिंटेक्स टैंक में डालकर ढक्कन बंद कर दिया। यही वहज है कि दो माह बाद भी टैंक से बदबू बाहर नहीं आई। जैसे ही पुलिस ने कमरे की तलाशी लेने टैंक को खोला तो उसमें से बदबू आने लगी। आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल टाइल्स कटर को बरामद कर लिया है।
लाश को अलग-अलग जगह फेंकने की थी प्लानिंग
पवन सिंह लाश के टुकड़ों को अलग-अलग कर वह फेंकने की फिराक में था। लेकिन, इसके लिए उसे सही समय नहीं मिला। आरोपी जिस घर में रहता था, वहां कुछ काम चल रहा था, जिसके कारण उसे शव को ठिकाने लगाने का मौका नहीं मिला। तभी पुलिस ने उसे नकली नोट के केस में दबोच लिया और उसके घर में दबिश दे दी। इसके चलते उसकी प्लानिंग धरी की धरी रह गई।