नई दिल्ली : हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित भाजपा सांसद कंगना रनौत से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बदसलूकी पर सियासत गरमाती जा रही है। एक पक्ष जहां कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली CISF की महिला कांस्टेबल पर कार्रवाई को उचित बता रहा है, वहीं दूसरा पक्ष इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहा है। यही नहीं, किसान संगठनों की तरफ से भी इस थप्पड़ कांड पर पहली प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का कहना है कि आरोपी के खिलाफ एक्शन ठीक नहीं है, कंगना रनौत का डोप टेस्ट होना चाहिए। मीडिया से बातचीत में सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ महिला जवान औरर कपूरथला की रहने वाली कुलविंदर कौर ने कथित रूप से कंगना रनौत को थप्पड़ मारा गया। कंगना रनौत ने ऐसा बयान दिया था, जिससे कोई भी भड़क सकता है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत ने किसान आंदोलन में शामिल महिलाओं के लिए 100-100 रुपये में धरने पर बैठने का बयान दिया था। बड़ी उम्र की औरतों और मांओं को लेकर ऐसा बयान गलत था। कुलविंदर कौर की मां भी धरने पर बैठी थी, उसने अपने बयान में यह बात कही भी है।
कंगना रनौत का डोप टेस्ट होना चाहिए
किसान नेता ने कहा कि यह भी बात सामने आ रही है कि कंगना रनौत ने कुलविंदर कौर के साथ बदसलूकी की थी। इसी उकसावे में यह घटना हो सकती है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत का डोप टेस्ट होना चाहिए ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।
पंधेर बोले- इस घटना को जस्टिफाई नहीं कर रहा
उन्होंने आगे कहा कि मैं इस घटना को जस्टिफाई नहीं कर रहा। कंगना रनौत को थप्पड़ मारने की घटना को सही करार नहीं दिया जा सकता, लेकिन पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। कई नेताओं के साथ ऐसी घटनाएं हुई हैं, लेकिन इस मामले में ऐसी कार्रवाई और गिरफ्तारी को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हम इस विषय में आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।