इंदौर में विवाद के बाद तनाव: हिंदू संगठनों ने थाने का किया घेराव, पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च

मामूली कहासुनी के बाद विवाद इतना बढ़ा कि एक पक्ष ने तोड़फोड़ और पथराव जैसी घटनाओं को अंजाम दिया।

मध्य प्रदेश के इंदौर के छतरीपुरा थाना क्षेत्र में दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गई। मामूली कहासुनी के बाद विवाद इतना बढ़ा कि एक पक्ष ने तोड़फोड़ और पथराव जैसी घटनाओं को अंजाम दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी जोन 4 ऋषिकेश मीणा ने भारी पुलिस बल के साथ क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला और स्थिति का जायजा लिया।

डीसीपी बोले- दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई

डीसीपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि शुरुआती जांच में यह विवाद छोटे स्तर पर शुरू हुआ था, लेकिन जल्द ही कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठाकर पथराव और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। पुलिस ने मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए इलाके में शांति बहाल की और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। डीसीपी ने कहा कि शहर की शांति को भंग करने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उचित जांच के बाद उन पर कड़े कदम उठाए जाएंगे।

हिंदू संगठन का प्रदर्शन, कड़ी कार्रवाई की मांग

घटना के बाद स्थानीय हिंदू संगठनों ने छतरीपुरा थाने का घेराव किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उनका आरोप है कि हिंदू त्योहारों के दौरान इस तरह की घटनाओं के जरिए सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे क्षेत्रीय विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ ने आरोप लगाया कि इस तरह की घटनाओं में ‘जिहादी मानसिकता’ के लोग शामिल हैं, जो त्योहारों के माहौल को बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं।

पुलिस की मध्यस्थता: परिवारों के बीच पुरानी एकता पर जोर

इस विवाद में शामिल दोनों परिवार लंबे समय से एक-दूसरे के प्रति सौहार्द्रपूर्ण रहे हैं और कई वर्षों से रक्षाबंधन जैसे त्योहारों में एक-दूसरे का साथ देते आए हैं। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह ने कहा कि यह दोनों परिवार समुदायों की एकता का प्रतीक हैं और उन्होंने इस मामले में धैर्य बनाए रखने की अपील की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घटना की वजह से क्षेत्र में तनाव है, लेकिन सभी को कानून का पालन करना चाहिए और विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने में सहयोग करना चाहिए।

प्रशासन सतर्क, फ्लैग मार्च से क्षेत्र में शांति व्यवस्था

इस पूरे प्रकरण के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। डीसीपी ऋषिकेश मीणा के नेतृत्व में किए गए फ्लैग मार्च का उद्देश्य क्षेत्र में शांति बनाए रखना और आम नागरिकों को सुरक्षा का भरोसा दिलाना है। पुलिस का कहना है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। क्षेत्र में पुलिस की कड़ी निगरानी जारी है और प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

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