डलास: अमेरिका में स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी 2023 प्रतियोगिता में भारतीय मूल के बच्चों के दबदबे को बरकरार रखते हुए फ्लोरिडा के 14 वर्षीय देव शाह ने ‘सैममोफाइल’ शब्द की स्पेलिंग सही कर प्रथम स्थान हासिल किया। रेतीली मिट्टी में पनपने वाले किसी जानवर या पौधे के लिए शब्द लिखने के बाद, उन्होंने नेशनल हार्बर, मैरीलैंड में गुरुवार रात आयोजित फाइनल में ट्रॉफी और 50 हजार डॉलर का पुरस्कार जीता।
231 प्रतियोगियों में से फाइनल में पहुंचे 11 में से 10 भारतीय मूल के थे। अंतिम दौर में शाह का मुकाबला वर्जीनिया के 14 वर्षीय शार्लोट वॉल्श हुआ। श्रद्धा रचमरेड्डी और सूर्या कापू 15 हजार डॉलर के पुरस्कार के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। शाह लार्गो में कक्षा आठ का छात्र है। शीर्ष पर पहुंचने के पहले उसने शिस्टोर्राचिस, एगैग्रस और कुछ ऐसे शब्द थे जिनकी स्पेलिंग सही लिखी थी।
देव शाह की जीत पर भावुक हुआ परिवार
इस प्रतियोगिता में भारतीय मूल के बच्चों का दबदबा रहा है, इसमें न केवल वर्तनी को रटने की परीक्षा होती है, बल्कि शब्दों की उत्पत्ति और उनकी संरचना और उपयोग के ज्ञान का भी परीक्षण किया जाता है। बालू नटराजन ने 1985 में इसे जीता था। भारतीय मूल के 21 बच्चों ने प्रतियोगिता में जीत हासिल की। 2008 से 2018 तक प्रतियोगिता में भारतीय मूल के बच्चों को एकाधिकार रहा। 2021 में एक गैर-भारतीय ने प्रतियोगिता जीती थी। लेकिन पिछले साल भारतीय मूल के हरिनी लोगान ने जीत हासिल की।
शाह की जीत के बाद उनके माता-पिता बेहद भावुक नजर आए। उनकी मां ने कहा कि वह पिछले चार साल से इसके लिए मेहनत कर रहा था। प्रारंभिक दौर की प्रतियोगिता मंगलवार को आयोजित की गई, जबकि क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल बुधवार को हुए। वर्जीनिया के अर्लिंगटन की रहने वाली शैर्लट वॉल्श (14) इस प्रतियोगिता में उपविजेता रहीं। ‘स्पेलिंग बी’ में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के छात्र हिस्सा लेते हैं। यह शब्दों के सही हिज्जे बताने से जुड़ी प्रतियोगिता है। ‘नेशनल स्पेलिंग बी’ प्रतियोगिता की शुरुआत 1925 में की गई थी।