सूरजपुर : जिले के जरही गांव निवासी एक युवक ने सोमवार की को डुमरिया बांध में कूदककर आत्महत्या कर ली। घटना से पूर्व सुबह ही युवक ने अपना फेसबुक स्टेटस डाला और उसमें उसने पड़ोसी दुकानदार एवं उसके परिवार को अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। घटना से आक्रोशित परिजनों ने जरही चौक में शव को रखकर अंबिकापुर-बनारस मुख्यमार्ग में चक्काजाम कर दिया है। युवक के पड़ोस में स्थित दुकान हिमांशु क्लॉथ स्टोर में तीन दिन पहले आग लग गई थी। इसके बाद युवक एवं परिजनों पर आशंका व्यक्त करते हुए पड़ोसियों के द्वारा उन पर एफआईआर करने का दबाव बनाया जा रहा था, जिससे युवक काफी क्षुब्ध था।
जानकारी के अनुसार, भटगांव थाना क्षेत्र के जरही गांव में अंबिकापुर मुख्यमार्ग में संचालित विक्की क्लॉथ स्टोर्स के संचालक बिट्टू गुप्ता (24) सुबह अपनी बुलेट बाइक से डुमरिया डेम पहुंचा और अपनी जैकेट व मोबाइल को बांध किनारे रखकर डेम में कूद गया। मौके पर टहल रहे लोगों ने उसे डेम में कूदते देख घटना की सूचना परिजनों को दी। सूचना पर परिजनो सहित भटगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस के मौजूदगी में बिट्टू गुप्ता को बाहर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
जरही चौक पर शव रखकर परिजनों ने किया चक्काजाम
पुलिस की कार्रवाई में हो रही देरी से नाराज परिजनों ने युवक के शव को कार में रखकर डुमरिया बांध से जरही चौक पहुंचे और शव को सड़क पर रखकर अंबिकापुर-बनारस मुख्यमार्ग को चक्काजाम कर दिया। परिजनों ने युवक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को की है। वहीं, चक्काजाम के कारण तीन घंटे से अधिक समय तक अंबिकापुर-बनारस मुख्यमार्ग बंद रहा। सूचना पर प्रतापपुर एसडीएम दीपिका नेताम, एएसपी सूरजपुर शोभराज अग्रवाल ने मौके पर पहुंच समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन परिजन अड़े रहे।
पड़ोस की दुकान में लगी आग को लेकर युवक था प्रताड़ित
बिट्टू गुप्ता ने सुबह अपने फेसबुक प्रोफाइल के स्टेट्स पर पोस्ट भी लिखा है, जिसमें उसने पड़ोस के हिमांशु क्लॉथ स्टोर के संचालक परिवार को अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। तीन दिन पहले हिमांशु क्लॉथ स्टोर में आग लग गई थी। इसकी जांच भटगांव पुलिस व डॉग स्क्वायड ने की थी। आगजनी के लिए बिट्टू गुप्ता एवं परिवार के सदस्यों को दोषी मानकर उनके खिलाफ एफआईआर करने दबाव डाला जा रहा था। इससे बिट्टू गुप्ता क्षुब्ध था।
पुलिस ने की थी पूछताछ
आगजनी को लेकर जरही व्यापार संघ भी तुलसी गुप्ता, बिट्टू गुप्ता के परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा था। रविवार दोपहर बड़ी संख्या में व्यवसाईयों का दल भटगांव थाना पहुंच घटना में संलिप्त व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। वहीं कार्रवाई नहीं किए जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद पुलिस ने बिट्टू गुप्ता व परिजनों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था एवं रात नौ बजे छोड़ा था।
18 फरवरी को होनी थी शादी
बिट्टू गुप्ता का विवाह 18 फरवरी को अंबिकापुर के सीतापुर में होना था। इसके लिए घर में तैयारी भी चल रही थी। उसने फेसबुक पोस्ट में लिखा सॉरी पापा, ‘सॉरी रानी यार मैं नहीं समझ पा रहा हूं। ये आरोप मेरे ऊपर लगे हैं, सॉरी।’ लिए लिखा हादसे से परिवार की खुशियां मातम में बदल गई हैं। बिट्टू गुप्ता का बड़ा भाई विक्की गुप्ता प्रतापपुर में चिकित्सक है। घटना के बाद जरही में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
पुलिस और परिजनों के बीच तनाव की स्थिति
पुलिस के द्वारा कार्रवाई में की जा रही देरी को लेकर पुलिस और परिजनों के बीच शव उठाने को लेकर विवाद की भी स्थिति निर्मित हो गई थी। इसके बाद परिजन शव को उठाकर जरही चौक लाकर चक्काजाम कर दिया।
आईपीएस के ऊपर साजिश का आरोप
पड़ोस में हुई आगजनी की घटना पर दूसरे जिले में पदस्थ आईपीएस के द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर कराई जा रही कार्रवाई को लेकर परिजनों ने आरोप लगाया कि आईपीएस के द्वारा जानबूझकर हमें फंसाने की साजिश की जा रही है। उन्हें डर है कि इस मामले में भी उक्त आईपीएस के द्वारा हस्तक्षेप कर मेरे बच्चे को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के लिए प्रताड़ित किए गए लोगों को बचाने का प्रयास किया जाएगा।