ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर शुभ मुहूर्त निकाले जाते हैं। पौराणिक मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किए कार्य सफल होते हैं और जातक के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के शुभ मुहूर्त का जिक्र मिलता है, लेकिन सर्वार्थ सिद्धि योग को विशेष महत्व होता है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, फरवरी माह में भी करीब 21 दिन सर्वार्थ सिद्धि योग निर्मित हो रहा है। यहां फरवरी माह में बनने वाले सर्वार्थ सिद्धि योग की पूरी सूची दी गई है।
फरवरी माह में सर्वार्थ सिद्धि योग
बुधवार, 03 जनवरी को 14:46:57 बजे से 31:14:38 बजे तक
शनिवार, 06 जनवरी को 07:14:57 बजे से 21:23:47 बजे तक
सोमवार, 08 जनवरी को 07:15:10 बजे से 22:03:36 बजे तक
शुक्रवार, 12 जनवरी को 15:19:01 बजे से 31:15:17 बजे तक
शनिवार, 13 जनवरी को 07:15:17 बजे से 12:50:07 बजे तक
मंगलवार, 16 जनवरी को 07:15:02 बजे से 28:38:43 बजे तक
गुरुवार, 18 जनवरी को 07:14:44 बजे से 26:58:39 बजे तक
शनिवार, 20 जनवरी को 27:09:48 बजे से 31:14:04 बजे तक
सोमवार, 22 जनवरी को 07:13:48 बजे से 28:59:04 बजे तक
गुरुवार, 25 जनवरी को 07:12:49 बजे 08:17:31 बजे तक
गुरुवार, 25 जनवरी को 08:17:31 बजे से 31:12:26 बजे तक
बुधवार, 31 जनवरी को 07:10:10 बजे से 25:08:49 बजे तक
सोमवार, 05 फरवरी को 07:07:19 बजे से 07:54:40 बजे तक
शुक्रवार, 09 फरवरी को 07:04:38 बजे से 23:30:02 बजे तक
मंगलवार, 13 फरवरी को 07:01:38 बजे से 12:36:16 बजे तक
गुरुवार, 15 फरवरी को 07:00:01 बजे से 09:26:36 बजे तक
शनिवार, 17 फरवरी को 08:46:52 बजे से 30:57:28 बजे तक
सोमवार, 19 फरवरी को 06:56:34 बजे से 10:33:50 बजे तक
गुरुवार, 22 फरवरी को 06:53:49 बजे से 16:44:13 बजे तक
रविवार, 25 फरवरी को 25:25:26 बजे से 30:49:56 बजे तक
बुधवार, 28 फरवरी को 06:47:56 बजे से 07:34:10 बजे तक
क्यों है सर्वार्थ सिद्धि योग का विशेष महत्व
हिंदू ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, वार और नक्षत्र के संयोग को सर्वार्थ सिद्धि योग कहा जाता है। हिंदू पंचांग में अनुसार, विशेष वारों को पड़ने वाले विशेष नक्षत्रों के योग से सर्वार्थ सिद्धि योग निर्मित होता है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, सोमवार के दिन यदि रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा और श्रवण नक्षत्र हो तो सर्वार्थ सिद्धि योग काफी ज्यादा शुभ प्रभाव देता है।