दुर्ग : केंद्रीय जेल दुर्ग में निरुद्ध सुपेला उड़ियापारा निवासी विचाराधीन बंदी सुंदर जाल की संदिग्ध मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शनिवार की सुबह परिजनों ने पोस्टमार्टम के दौरान मामले में न्यायिक जांच की मांग की। इधर जानकारी के बाद दोपहर को गृहमंत्री विजय शर्मा जेल पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से इस पूरे मामले में जानकारी ली। साथ ही जेल की गतिविधियों के बारे में भी पूछा।
उन्होंने कहा कि, सरकार की मंशा है कि, जब सजा काटकर कोई व्यक्ति बाहर निकले तो लखपति बनकर निकले। अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सके। उनके द्वारा बनाए उत्पाद को बेचकर मुनाफे का हिस्सा कैदी के खाते में जमा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंदर सभी व्यवस्थाएं अच्छी है। कैदी अलग-अलग तरह के काम कर रहे हैं। सरकार उनके स्किल डेवलपमेंट पर काम कर रही है। बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय जेल में एक बंदी की मौत हो गई थी। परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बाद गृहमंत्री जेल पहुंचे थे।
मरच्यूरी में जमकर हंगामा
सेंट्रल जेल दुर्ग में विचारधीन बंदी की मौत के मामले में परिजनों ने मरच्यूरी में जमकर हंगामा किया। अस्पताल में जहां पीएम हो रहा था, उसका दरवाजा तोड़ दिया। आरक्षक ने जब परिजनों को रोकने का प्रयास किया तो धक्का-मुक्की की। पद्मनाभपुर पुलिस ने बताया कि सुंदर जाल की मौत की सूचना सेंट्रल जेल से मिली थी। शुक्रवार की सुबह सुंदर बिस्तर से उठा और अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। उसे जिला अस्पताल उपचार के लिए भेज गया। जहां उसकी मौत हो गई। हंगामे के बाद मौत की जांच जेएमएफसी विवेक नेताम के नेतृत्व में गठित टीम करेगी। इस मामले में परिजनों आरोप लगाया है कि मृतक सुंदर जाल को बेरहमी से मारा गया है। जिसकी वजह से उसकी मौत हुई।