दिल्ली पुलिस ने छापेमारी से पहले सूचना प्राप्त की थी. फिर पूरी तैयारी के साथ बाहरी दिल्ली, द्वारका, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, नरेला, कंझावला और संगम विहार जैसे इलाकों में छापेमारी की गई. इस छापेमारी में स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, जिले के स्पेशल स्टाफ और स्थानीय थाना की पुलिस शामिल थी.
लॉरेंस बिश्नोई ने कैसे खड़ा किया गैंग?
लॉरेंस फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद है क्योंकि उसने धमकी दी थी कि वह सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करने वालों को अपना हिसाब-किताब दे देगा. इसके बाद से पुलिस को शक है कि सलमान खान से निकटता के कारण बाबा सिद्दीकी की हत्या की गई. पहली बार नहीं है कि बिश्नोई गैंग ने किसी वारदात को अंजाम दिया हो, इससे पहले भी पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कराई थी. उसकी गैंग में देश और विदेशों में 700 से ज्यादा शूटर शामिल हैं.
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुआ था. उसके पिता हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल थे, लेकिन वे बाद में नौकरी छोड़कर खेती करने लगे. लॉरेंस ने बारहवीं तक अबोहर में पढ़ाई की, फिर चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई की, जहां उसे राजनीति में दिलचस्पी हुई और स्टूडेंट राजनीति में शामिल हुआ.
गोल्डी बराड़ से यूनिवर्सिटी में दोस्ती
लॉरेंस बिश्नोई ने जरायम की दुनिया मेंअपने दोस्त गोल्डी बराड़ से मुलाकात की जब वह विद्यार्थी राजनीति मेंशामिल हुआ, जब गोल्डी बराड़ पंजाब यूनिवर्सिटी मेंपढ़ता था. दोनों ने एक साथ छात्र राजनीति मेंएंट्री की, लेकिन जरायम मेंएंट्री से पहले वह एलएलबी कर चुका था, जिसमें उस पर हमला, हत्या के प्रयास और डकैती समेत कई मामलों में केस दर्ज हुए. लॉरेंस इनमें से कई मामलों में बरी हो चुका है, लेकिन उस पर अभी भी कई केस चल रहे हैं.
जेल से किया गैंग का विस्तार
लॉरेंस बिश्नोई को इन मामलों के लिए जेल भेज दिया गया, लेकिन जेल जाना उसके लिए लाभदायक साबित हुआ क्योंकि वह जेल के अंदर कई गैंगस्टरों से मिले और उनके साथ मिलकर अपनी गैंग को बढ़ाया. उसने हथियार डीलरों से भी संपर्क किया और 2014 में लुधियाना नगर निगम चुनाव में एक उम्मीदवार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसे राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग की क्राइम कुंडली?
लॉरेंस बिश्नोई का गैंग पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय है. इस गैंग की गतिविधियां विशेष रूप से मादक पदार्थों की तस्करी, सुपारी किलिंग, जबरन वसूली और अन्य संगठित अपराधों से जुड़ी हुई हैं. बिश्नोई गैंग व्यवसायियों, बिल्डरों और अन्य महत्वपूर्ण लोगों से जबरन वसूली करने के लिए भी बदनाम है. इस गैंग के सदस्यों ने बार-बार कई व्यवसायियों और प्रसिद्ध लोगों को धमकी दी है. बिश्नोई गैंग सुपारी लेकर हत्या करने में भी शामिल है. पंजाब और राजस्थान जैसे राज्यों में इस गैंग की मादक पदार्थों की तस्करी में भी बड़ी भूमिका है.