राहुल गांधी के पत्र से कांग्रेस में नई हलचल, दीपक बैज को मिल सकती है पीसीसी चीफ पद पर स्थिरता

रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर फिलहाल विराम लगता नजर आ रहा है। विधानसभा और निकाय चुनावों में मिली हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को समय से पहले हटाने की चर्चाएं जोरों पर थीं। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव समेत कई दिग्गज नेता प्रदेश की कमान संभालने की दावेदारी कर चुके थे, लेकिन इन सियासी उठापटक के बीच दीपक बैज लगातार संगठनात्मक जिम्मेदारियों को निभाते रहे और प्रदेशभर में सक्रिय नजर आए।
बलौदाबाजार हिंसा हो या इंद्रावती नदी संरक्षण, बढ़ते अपराधों पर आंदोलन हो या फिर जवानों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास – बैज की यात्राएं ना सिर्फ राज्य में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बनीं।
राहुल गांधी का पत्र बना सियासी संकेत
इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का दीपक बैज को लिखा गया पत्र राजनीतिक गलियारों में नई हलचल लेकर आया है। राहुल गांधी ने अपने पत्र में छत्तीसगढ़ कांग्रेस द्वारा निकाली गई पदयात्रा की सराहना करते हुए लिखा:
“मैं छत्तीसगढ़ कांग्रेस द्वारा महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों और राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ पदयात्रा निकालने की सराहना करता हूं। हमें न्याय के लिए लड़ना जारी रखना चाहिए और लोगों तक उम्मीद का संदेश पहुंचाना चाहिए।”
पत्र के सियासी मायने
राहुल गांधी का यह पत्र केवल प्रशंसा नहीं, बल्कि राजनीतिक समर्थन का प्रतीक भी माना जा रहा है। इसे दीपक बैज के नेतृत्व को गांधी परिवार की स्वीकृति के रूप में देखा जा रहा है। जानकारों का मानना है कि अब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद में समय से पहले किसी बदलाव की संभावना लगभग खत्म हो गई है। यह पत्र बैज के लिए संगठन में मजबूती और उनके कार्यकाल के शेष समय में स्थिरता का संकेत बनता दिखाई दे रहा है।
अब देखने वाली बात होगी कि राहुल गांधी के इस स्पष्ट समर्थन के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर चल रही अंदरूनी खींचतान पर पूरी तरह विराम लगता है या नहीं।