कतर के प्रधानमंत्री ने की इजरायली बंधकों के परिजनों से मुलाकात, कहा- आगे बढ़ाएंगे हमास से बातचीत
दोहा: कतर के प्रधान मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों के परिवारों से मुलाकात की है। कतरी पीएम ने छह बंधक लोगों के रिश्तेदारों से बात की, इस दौरान गाजा पट्टी से उनके प्रियजनों को वापस लाने के लिए फिर से बातचीत शुरू करने का वादा किया गया। थानी ने बताया कि हमास के साथ बातचीत बेरूत में सालेह अल-अरौरी की हत्या के बाद और अधिक जटिल हो गई है। इन हमलों के लिए हमास ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है और फिलहाल बातचीत रोक दी है।
कतर के प्रधान मंत्री ने दौरा करने वाले परिवारों से कहा कि बेरूत में जो हुआ उसके बाद हमास से बात करना अधिक कठिन है। हमास द्वारा बंधक बनाए गए छह इजरायली बंधकों के परिवारों ने अधिकारियों के साथ बैठक के लिए शुक्रवार को दोहा की यात्रा की, जहां हमास के नेता भी रहते हैं। यह पहली बार है कि बंधकों के परिवारों ने कतर का दौरा किया है। इजरायल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अरौरी की हत्या के बाद हमास ने कतर और मिस्र के माध्यम से हो रही बातचीत की प्रक्रिया रोक दी है। हालांकि प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों के रिश्तेदारों से दावा किया कि उनकी वापसी के लिए कोशिशें जारी हैं।
बंधकों की रिहाई की कोशिश में पहुंचे हैं परिवार
रिपोर्ट के मुताबिक, बंधकों के परिवारों ने शनिवार को कतर के विदेश मंत्रालय में राज्यमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलअजीज अल-खुलैफी से भी मुलाकात की है, जो कतरी वार्ता टीम के प्रमुख हैं। इसके बाजद वह कतरी प्रधानमंत्री से मिले। कतर के प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि उनको इस बातच का अंदाजा है कि वह किस पीड़ा से गुजर रहे हैं। कतर अपनी पूरी कोशिशें कर रहा है कि युद्ध रुके और सभी बंधक घर लौटें। इजरायल के कम से कम 240 लोगों को हमास ने 7 अक्टूबर के हमले के बाद बंधक बना लिया था। हमास के कब्जे से बंधकों को छुड़ाने के लिए कतर और मिस्र मध्यस्थता कर रहे हैं। मिस्र और कतर की कोशिशों से करीब 100 बंधकों को छुड़ाया भी जा चुका है। ऐसा माना जा रहा है कि अभी भी हमास के कब्जे में करीब 136 बंधक हैं।