गर्भवती युवती की मौत : परिजनों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग, राज्य महिला आयोग की सदस्य ने दिया आश्वासन

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बीते दिनों एक युवती की मौत हो गई। युवती की अचानक तबियत ख़राब होने के चलते उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बाद में पता चला की युवती गर्भवती थी। वहीं मृतका के परिजनों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस बीच राज्य महिला आयोग की सदस्य ने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला कॉंटा ब्लॉक के ढोंढरा पंचायत अंतर्गत गांव चिंतकॉंटा का है। जहां 6 जुलाई रविवार को अपने गृह ग्राम लौटी थी। घर पहुंचने के कुछ समय बाद ही उसकी तबियत बिगड़ने लगी, लेकिन उसने किसी भी परेशानी के बारे में कुछ नहीं बताया। देर शाम तक उसे कई बार उल्टियां हुईं। परिजनों ने हॉस्पिटल ले जाने की कोशिश की लेकिन युवती ने मना कर दिया। अगले दिन सुबह 4 बजे जब वह बाथरूम गई और काफी देर तक नहीं लौटी, तब परिजनों ने देखा कि वह बेहोश पड़ी थी।

गर्भवती थी युवती

आनन-फानन में उसे कॉंटा के एक आरएमपी डॉक्टर के पास ले जाया गया लेकिन क्लीनिक बंद थी। इसके बाद उसे आंध्रप्रदेश के चित्तूर हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि, युवती 8 माह की गर्भवती थी और कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने केस को कोंटा थाने को सौंप दिया है। शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार गृहग्राम में किया गया।

परिजनों की जांच की मांग

मृतका के परिजनों ने इस घटना को गहराई से दुखद बताया और न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि, हमारी बेटी को किस हाल में वापस लाया गया, हमें कुछ नहीं बताया गया, बस अब यही चाहते हैं कि उसे न्याय मिले और जो जिम्मेदार हैं उन्हें सजा मिले। राज्य महिला आयोग सदस्य दीपिका सोरी मृतक के गांव पहुंचीं। इस दौरान परिजनों ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

दोषियों को मिलेगी सजा- महिला आयोग की सदस्य

घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य दीपिका सौरी बुधवार को चिंतकोंटा गांव पहुंचीं। मृतक के परिजनों से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि, मामले की उच्च स्तरीय जांच कार्रवाई जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, यह न सिर्फ एक बेटी की मौत है।

न्याय के लिए लगातार कोशिश जारी है- महिला आयोग की सदस्य

राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कहा- यदि कोई व्यक्ति इस युवती की परिस्थिति के लिए जिम्मेदार है तो वह कानून की पकड़ से नहीं बचेगा। मैं स्वयं जिला प्रशासन और पुलिस से लगातार संपर्क में हूं और सुनिश्चित करूंगी कि इस परिवार को न्याय मिले। उन्होंने यह भी कहा कि, महिला आयोग इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेता है और हर स्तर पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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