नाबालिग की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, 2 आरोपी व 1 नाबालिग बालक गिरफ्तार

रायपुर। तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र में नाबालिग की हत्या के सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों और एक विधि के साथ संघर्षरत बालक को गिरफ्तार कर लिया है। यह वारदात उस समय अंजाम दी गई जब प्रार्थी का नाबालिग पुत्र गणेश पंडाल देखने घर से निकला था और फिर लौटकर नहीं आया। लगभग 11 दिनों की खोजबीन के बाद उसका शव ग्राम कोटा के बड़े तालाब के पास संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। प्रारंभिक जांच में हत्या की आशंका जताई गई, जिस पर थाना तिल्दा नेवरा में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

प्रार्थी ने 26 अगस्त 2025 को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका पुत्र रात 8 बजे गणेश पंडाल देखने गया था और फिर लौटकर नहीं आया। पुलिस ने गुम इंसान का मामला दर्ज कर तलाश शुरू की। 6 सितंबर को उसका शव तालाब के किनारे पाया गया। शव पर गंभीर चोटें देख पुलिस ने हत्या की आशंका जताई और अपराध क्रमांक 373/2025 के तहत धारा 137(2), 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने उप पुलिस अधीक्षक क्राइम संजय सिंह और एण्टी क्राइम यूनिट को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। संयुक्त टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर प्रार्थी से पूछताछ की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। मुखबिर तैनात कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि मृतक को अंतिम बार विजय धीरज के साथ देखा गया था। पुलिस ने विजय धीरज को पकड़ कर पूछताछ की, जिसमें उसने कुलदीप बंजारे और एक विधि के साथ संघर्षरत बालक के साथ मिलकर हत्या की बात कबूल की।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अनाचार किया था और हत्या इसलिए की ताकि बच्चा किसी को घटना के बारे में न बता सके। अपराध में प्रयुक्त धाराएँ और कार्रवाई तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 140(4), 61(2)(क) बीएनएस के साथ पॉक्सो एक्ट की धारा 04 जोड़ी गई है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। स्थानीय नागरिकों ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। गिरफ्तार आरोपियों में विजय धीरज कुमार (24 वर्ष) – ग्राम कोटा सतनामी पारा निवासी, हत्या का मुख्य आरोपी कुलदीप बंजारे (23 वर्ष) – उसी क्षेत्र का निवासी, घटना में शामिल। विधि के साथ संघर्षरत बालक – घटना में संलिप्त रहा

पुलिस की भूमिका जांच टीम ने घटनास्थल पर वैज्ञानिक टीम और डॉग स्क्वाड की मदद से साक्ष्य जुटाए। सीसीटीवी फुटेज की जांच कर आरोपियों की गतिविधियों का पता लगाया गया। टीम ने मुखबिर नेटवर्क सक्रिय कर जानकारी एकत्र की, जिससे आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हुई। पुलिस ने मृतक के परिवार को न्याय दिलाने और अन्य अपराधों को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

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