रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदाबाजार के थरगाँव निवासी द्वारिका प्रसाद मिश्रा जो इस वक्त बस्तर जिले के मारडूम थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ है। उनके लिए 15 अगस्त का दिन काफी खास होने वाला है, जिसका कारण है कि 32 वर्ष की सेवा के दौरान उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान किया जा रहा है। इस बात की जानकारी मिश्रा के परिजनों को लगते ही खुशी की लहर देखी जा रही है।
वहीं बस्तर जिले से मिश्रा अकेले हैं। जिन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मान दिया जा रहा है। इस संबंध में द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही पुलिस बनकर देश की सेवा करने की इच्छा थी। घर में इससे पहले कोई भी पुलिस विभाग में नहीं थे।
पिता नारायण प्रसाद मिश्रा पेशे से एक शिक्षक थे, जबकि उन्हें बड़े भाई पन्ना लाल मिश्रा किसान है, जबकि माँ श्रीमती सीताबाई एक ग्रहणी थी, वर्ष 1993 में एक सिपाही के तौर पर उन्होंने अपनी सेवा शुरू की, जिसके बाद 6 वर्षो तक दंतेवाड़ा में सेवा दी, उसके बाद 25 वर्षो तक बीजापुर जिले में रहकर सेवा दी, 31 वर्षो तक सेवा के दौरान सिपाही से इनका प्रमोशन होते हुए सब इंस्पेक्टर तक का सफर भी तय किया, इतने समय तक सेवा देने के बाद उन्हें बस्तर जिले के रक्षित केंद्र भेजा गया, जहाँ से 9 माह पहले उन्हें मारडूम थाना में एस आई के रूप में सेवा दे रहे है|
2 भाई, 2 बहन में तीसरे नंबर के हैं मिश्रा
द्वारिका प्रसाद मिश्रा 4 भाई बहन में तीसरे नंबर के है, दोनों बहन शादी के बाद गृहणी है, जबकि बड़े भाई गाँव में खेती किसानी कर रहे है, वर्ष 2008 में पिता का निधन हो गया, जबकि 2021 में माँ की मौत हो गई|
बेटा राजस्थान में जबकि बेटी रायपुर में
द्वारिका प्रसाद मिश्रा ने बताया कि उनके 2 बच्चे है, जिसमें बेटा देवाशीष मिश्रा बीएससी नर्सिंग रायपुर से करने के बाद राजस्थान में प्रशिक्षण कर रहा है, जबकि उनकी बेटी लालिमा मिश्रा दिशा कॉलेज रायपुर में कॉमर्स की पढ़ाई कर रही है,
छत्तीसगढ़ में 25 अधिकारियों को मिलेगा मेडल
सम्मान मिलने वालों 25 अधिकारी कर्मचारियों में 15 अधिकारियों को वीरता पदक, एक को राष्ट्रपति पदक, नौ अधिकारी को विशिष्ट सेवा के लिए मेडल मिलेगा।