Phulera Dooj : फुलेरा दूज आज, मांगलिक कार्यों के लिए दिन भर अबूझ मुहूर्त

फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर फुलेरा दूज मनाई जाती है, इस दिन फूलों का उत्सव होता है और होली पर्व की शुरुआत भी हो जाती है। फुलेरा दूज पर राधा कृष्ण की पूजा की जाती है। मुख्य रूप से इसका महत्व मथुरा, वृंदावन समेत उत्तर भारत में ज्यादा देखने को मिलता है।
इस साल फुलेरा दूज 21 फरवरी दिन मंगलवार को है। इस दिन पांच शुभ योग बन रहे हैं। फुलेरा दूज पर पूरे दिन अबूझ मुहूर्त होता है। आइए जानते हैं इस दिन बनने वाले 5 शुभ योग कौन से हैं।
फुलेरा दूज पर दिन भर अबूझ मुहूर्त
फुलेरा दूज ऐसा दिन होता है जिस दिन किसी भी शुभ कार्य के लिए या फिर मांगलिक कार्य के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती है। यह दिन हर प्रकार से दोष रहित होता है और किसी प्रकार से हानिकारक नहीं होता है। फुलेरा दूज के पूरे दिन अबूझ मुहूर्त रहता है।
फुलेरा दूज 2023 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन शुक्ल द्वितीया तिथि 21 फरवरी को सुबह 09 बजकर 04 मिनट से शुरू होगी और 22 फरवरी को सुबह 05 बजकर 57 मिनट पर समापन होगा। 21 फरवरी को फुलेरा दूज के दिन 5 शुभ योग भी बन रहे हैं।
ये हैं 5 शुभ योग
शिव योग: प्रात:काल से सुबह 06 बजकर 57 मिनट तक।
सिद्ध योग: सुबह 06 बजकर 57 मिनट से 22 फरवरी 03 बजकर 08 मिनट तक।
साध्य योग: 22 फरवरी, 03 बजकर 08 मिनट से पूरा दिन।
सर्वार्थ सिद्धि योग: 21 फरवरी, सुबह 06 बजकर 38 मिनट से 22 फरवरी 06 बजकर 54 मिनट तक।
त्रिपुष्कर योग: 21 फरवरी, 09 बजकर 04 मिनट से 22 फरवरी को 05 बजकर 57 मिनट तक।
फुलेरा दूज महत्व
फुलेरा दूज के दिन घर में भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है और अपने इष्टदेव के साथ राधा-कृष्ण को अबीर-गुलाल अर्पित किया जाता है। वहीं इस दिन से होली पर्व की भी शुरुआत हो जाती है। साथ ही इस पर्व की खास रौनक ब्रजभूमि के मंदिरों में देखने को मिलती है। सारे धाम को फूलों से सजाया जाता है और लोग एक दूसरे के साथ फूलों से ही होली खेलते हैं।