इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद भारत के बालाकोट में एयरस्ट्राइक से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से लेकर तत्कालीन आर्मी चीफ जनरल बाजवा और वर्तमान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर तीनों ही डर गए थे। यही वजह थी कि अलकायदा आतंकी जाकिर मूसा ने जब पुलवामा कांड को दोहराने की साजिश रची तो खुद ही आईएसआई ने इसकी सूचना भारत को दी थी। जनरल असीम मुनीर उस समय आईएसआई के चीफ थे। फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के जवाब में भारत ने बालाकोट हमला किया था। अलकायदा अपने कमांडर जाकिर मूसा की भारतीय सेना के हाथों मौत के बाद जून 2019 में फिर से बालाकोट को दोहराने की साजिश रच रहा था। पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व को डर सता रहा था कि भारत बालाकोट को दोहरा सकता है। पाकिस्तान की जाकिर मूसा के हमले की यह सूचना सही निकली थी।
पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने अपनी किताब में यह खुलासा किया है। बिसारिया ने बताया कि जनरल मुनीर की आईएसआई ने उन्हें यह सूचना दी थी। बिसारिया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि भारतीय उच्चायुक्त के रूप में उन्हें एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया गया। दरअसल, जनरल मुनीर के नेतृत्व में आईएसआई कोई चांस नहीं लेना चाहती थी और वह यह भी नहीं चाहती थी कि पुलवामा जैसा हमला दोबारा हो। आईएसआई राजनीतिक स्तर पर यह भी दिखाना चाहती थी कि वह बदले के लिए प्लान की जा रही इस साजिश में शामिल नहीं है।
अलकायदा क्यों दोहराना चाहती थी पुलवामा कांड?
पुलवामा हमले में भारत के 40 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला करके जैश के ठिकाने को तबाह कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भी हवाई हमला किया और भारत के जवाबी कार्रवाई के दौरान पायलट अभिनंदन को बंदी बना लिया था। भारत ने जब 9 मिसाइलें तैनात कर दीं और पाकिस्तान को चेतावनी दी तो उसने मिग-21 के भारतीय पायलट अभिनंदन को रिहा कर दिया था। बिसारिया ने बताया कि उन्हें रात को दो बजे एक ऐसे व्यक्ति का फोन आया जो आईएसआई के बेहद करीब था। इस फोन का उद्देश्य बहुत गंभीर मामला था। इसमें कश्मीर में अलकायदा के हमले के प्लानिंग की सूचना दी गई थी।
बिसारिया ने बताया कि यह सूचना सही निकली। 23 मई को अलकायदा आतंकी जाकिर मूसा को कश्मीर के त्राल जिले में मार गिराया गया था। जाकिर मूसा के अंतिम संस्कार में 10 हजार लोग शामिल हुए थे। वह बुरहान वानी का बहुत करीबी था। जाकिर मूसा पहले हिज्बुल मुजाहिद्दीन में था और बाद में अलग होकर अलकायदा में शामिल हो गया था। अलकायदा जाकिर के मौत का बदला लेना चाहती थी। आईएसआई की यह सूचना सही निकली थी। आईएसआई ने कहा कि उसे खुफिया सूचना मिली है और वह इसे दे रही है। अजय बिसारिया ने कहा कि जनरल बाजवा आईएसआई के जरिए भारत के साथ रिश्ते सुधारना चाहते थे। अजय बिसारिया के इस खुलासे के बाद आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर और जनरल बाजवा दोनों ही पाकिस्तान में घिर गए हैं और उनकी आलोचना की जा रही है। कहा जा रहा है कि वे भारत से डर गए।