वॉशिंगटन : भारतीय मूल के 27 वर्षीय इंजीनियर निषाद सिंह को क्रिप्टो ट्रेडिंग फर्म में धोखाधड़ी के मामले में अपना गुनाह कबूल कर लिया है। निषाद सिंह FTX Trading Ltd में पूर्व चीफ इंजीनियर के पद पर तैनात थे। निषाद सिंह पर आरोप है कि उन्होंने कंपनी में मल्टीलेयर स्कीम के जरिए इक्विटी निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की गई। निषाद सिंह, सैमुअल बैकमेन-फ्राइड और गैरी वेंग के साथ एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एफटीएक्स के संस्थापक हैं। बीते साल दिसंबर में फेडरल अथॉरिटीज ने बैंकमेन-फ्राइड के खिलाफ एक स्कीम की मदद से निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के आरोप तय किए थे। अब निषाद सिंह ने भी अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की शिकायत के अनुसार, निषाद सिंह ने एक सॉफ्टवेयर कोड बनाया था, जिसकी मदद से एफटीएक्स के ग्राहकों के फंड को एक क्रिप्टो हेज फंड अलमेडा रिसर्च में स्थानांतरित किया था। क्रिप्टो हेज फंड का मालिकाना हक बैकमेन-फ्राइड के पास है। बैकमेन फ्राइड ने निवेशकों से झूठा वादा किया कि एफटीएक्स एक सुरक्षित क्रिप्टो एसेट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। आरोप है कि निषाद सिंह को पता था कि बैकमेन फ्राइड का यह वादा झूठा था। आरोप है कि निषाद सिंह ने निवेशकों को धोखा देने में सक्रिय भूमिका निभाई। निषाद सिंह पर ये भी आरोप है कि उन्होंने एफटीएक्स से करीब 6 मिलियन डॉलर की राशि अपने निजी इस्तेमाल के लिए निकाली। इस राशि से निषाद ने आलीशान बंगला और विभिन्न चैरिटी के लिए दान दिया।
अल्मेडा रिसर्च में इंजीनियरिंग हेड के पद पर थे निषाद सिंह
बता दें कि निषाद सिंह अमेरिका के नागरिक हैं और अल्मेडा रिसर्च में इंजीनियरिंग हेड के पद पर थे, बाद में वह एफटीएक्स से जुड़ गए थे। मई 2019 से नवंबर 2022 तक वह हॉन्ग-कॉन्ग और बहामास में भी रहे। निषाद सिंह का बचपन कैलिफॉर्निया में बीता और वह बैकमेन-फ्राइड भाईयों के बचपन के दोस्त रहे हैं। साल 2017 में बैकमेन-फ्राइड और वेंग ने अल्मेडा रिसर्च की शुरुआत की। इसमें इंजीनियरिंग के काम के लिए निषाद सिंह को शामिल किया गया।
साल 2019 में निषाद सिंह और वेंग ने एफटीएक्स की स्थापना की। इसके साथ ही निषाद अल्मेडा रिसर्च से बतौर हेड इंजीनियर भी जुड़े रहे। जब नवंबर 2022 में एफटीएक्स में धोखाधड़ी का खुलासा हुआ तो उस वक्त निषाद कंपनी में बतौर सीनियर एग्जीक्यूटिव, इंजीनयिरिंग डायरेक्टर और शेयर होल्डर के तौर पर कंपनी के साथ जुड़े थे।